कोर्ट ने अमृतपाल सिंह के भाई को जेल भेजा, जालंधर पुलिस को नहीं मिला रिमांड
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आइस स्टोरेज के साथ गिरफ़्तार खदूर साहिब से सांसद अमृतपाल सिंह के भाई हरप्रीत सिंह समेत तीन लोगों को फिलौर कोर्ट में पेश किया गया। पुलिस ने लवप्रीत, हरप्रीत नी हैप्पी और संदीप अरोड़ा को गिरफ्तार कर लिया, जिसमें लवप्रीत और हरप्रीत को कोर्ट में पेश किया गया। पुलिस ने कोर्ट से हरप्रीत और लवप्रीत का 10 दिन का रिजर्वेशन मांगा था, लेकिन कोर्ट ने एक दिन की भी डेट नहीं दी। कोर्ट ने प्रीत लव और हरप्रीत को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। वहीं, तीसरे मूलनिवासी संदीप अरोड़ा को पेश नहीं किया गया क्योंकि उन्हें आज गिरफ्तार कर लिया गया था।
नशे की हालत में हरप्रीत था
जालंधर देहात पुलिस ने ओर से श्री खडूर साहिब से अल्पसंख्यक और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के भाई हरप्रीत सिंह को आइस कल (ड्रग्स) के साथ रात को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने हरप्रीत सिंह के पास से 4 ग्राम बर्फ बरामद की। उसके साथ उसके दो साथियों की भी इलेक्ट्रानिक हत्या कर दी गई थी। मेडिकल में पुष्टि हुई थी कि प्रीत सिंह ने उस वक्त हर किसी को नशा कर रखा था। जालंधर (ग्रामीण) के वरिष्ठ पुलिस कप्तान एकर गुप्ता को पिछली रात फिलौर पुलिस ने जालंधर और फिलौर हाईवे पर एक जगह से गिरफ्तार कर लिया था, जहां वह अपने दोस्त लवप्रीत सिंह के साथ एक खड़ी कार में रुके थे। दोनों के पास से करीब 4 ग्राम बर्फ या एम्फेटामाइन बरामद किया गया। उनके पास वजनी पेटी का पैमाना भी था। दोनों को मेडिकल जांच के लिए गिरफ्तार कर ले जाया गया। दोनों डोप टेस्ट में जांच में सामने आए।
डेट से किया गया था भुगतान
आशुतोष गुप्ता ने बताया कि हरप्रीत सिंह, लवप्रीत सिंह और लोनी निवासी संदीप अरोरा के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था, जिसमें दोनों ने कथित तौर पर शराब की लत का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा कि संदीप अरोरा को 10,000 रुपये का भुगतान विज्ञापन के माध्यम से किया गया था, जिसका विवरण भी दादाजी के फोन पर पाया गया है। तीन आरोपियों को नारकोटिक पदार्थ और साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडी पीएस) अधिनियम, 1985 की धारा 22, 27 और 29 के तहत गिरफ्तार किया गया है।
बिजनेस का बिजनेस ऑनलाइन रिटेलर है
फिलौर पुलिस स्टेशन के गोदाम सुखदेव सिंह ने बताया कि हरप्रीत अपने परिवार के साथ जल्लूपुर में रहता था। वो अपने परिवार का बिज़नेस का बिज़नेस ऑफ़लाइन दिखाता है। वह साल 2008 में अपने परिवार के साथ दुबई गई थीं और 2015 में वापस लौट आईं। बाद में वह दुबई चली गई और अंततः 2021 में वापस लौट आई। कुछ समय के लिए उन्होंने चंडीगढ़ में एक आईटी फर्म के साथ भी काम किया। लवप्रीत सिंह उनके बचपन के दोस्त हैं और दोनों एक साथ बोले थे। हरप्रीत की शादी हरियाणा के एक परिवार में हुई है।
पिता बोले- मेरे बेटे को लोन मिला
अमृतपाल के पिता तरसेम सिंह ने आरोप लगाया कि पुलिस ने हरप्रीत को गलत तरीके से फंसाया है। उन्होंने कहा कि हरप्रीत का नशे के सेवन से कोई लेना-देना नहीं है। मेरे बेटों को गिरफ़्तार करना और हमारे परिवार को बदनाम करने की गहरी साजिश का हिस्सा है। मेरे बेटों के लिए जो जाल बिछाया गया है, उसकी स्वतंत्र जांच होनी चाहिए। तरसेम सिंह ने यह भी दावा किया कि पुलिस ने रात को हरप्रीत के अपराधी के बारे में परिवार को सूचित नहीं किया।
रिपोर्ट: मोनी देवी