तीन महीने में ही खत्म हो गई दोस्ती, एकनाथ शिंदे सरकार से क्यों खफा हैं MNS चीफ राज ठाकरे, क्यों टेंशन में है बीजेपी?
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महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे सामने आ रहा है, वैसे-वैसे दोस्ती और दुश्मनी की तस्वीर साफ दिख रही है। लोकसभा में बीजेपी के गठबंधन वाले एनडीए गठबंधन का बिना शर्त समर्थन देने वाले महाराष्ट्र नव निर्माण सेना (एमएनएस) के अध्यक्ष राज ठाकरे ने अब अकेले चुनावी लड़ाई का ऐलान कर दिया है। महायुति गठबंधन से उनकी दोस्ती अब खत्म हो चुकी है। कुछ दिन पहले ही उनकी पार्टी ने बीजेपी से महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में 20 प्रतिशत की मांग की थी लेकिन बीजेपी की तरफ से इस पर कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिल सका।
ऐसी चर्चा है कि अब राज की पार्टी अब राज्य की 225 विधानसभा सीटों पर पद पर नियुक्ति हो सकती है। राज्य में कुल 288 विधानसभा क्षेत्र हैं और अक्टूबर में चुनाव होने की संभावना है। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के नेता प्रकाश महाजन ने कहा कि उनकी पार्टी राज्य विधानसभा चुनाव में 200 से 225 सीटों पर बढ़त बनाएगी। महाजन ने एक समाचार चैनल को बताया कि यह फैसला एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे ने लिया है और पार्टी कार्यकर्ता इसके लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
उन्होंने कहा कि एमएनएस जाति आधारित है और उनका मानना है कि इस तरह के सभी लाभ वित्तीय पोषक तत्वों पर आधारित होने चाहिए। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में एमएनएस ने किया खुलासा : … और अजित समर्थक की राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के दस्तावेज़ गठबंधन का समर्थन किया गया था।
मीडिया बौद्ध में यह भी दावा किया गया है कि राज ठाकरे महाराष्ट्र के एकनाथ शिंदे सरकार से नाराज हैं। इतिहासकार में कहा गया है कि शिंदे को सरकार द्वारा कुछ भी पसंद नहीं आया। ऐसी पात्रता में लाडली बहना और लाडला भाई योजना शामिल हैं। बता दें कि हाल ही में पेश की गई इन शर्तों में महिलाओं और युवाओं को नकद राशि देने का वादा किया गया है।
उधर, एनडीए में भी अभी तक पार्टवारा का पार्ट नहीं हुआ है। एक दिन पहले ही उप मुख्यमंत्री और दामाद अजित पवार ने नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री की स्थापना की अमित शाह से मुलाकात की है और उनकी जल्द ही सीट बँटवारा करने की गुज़िश है। गॉडफादर के अनुसार, अजीत ने 80 से 90 की मांग की है। इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि 2019 में गॉडफादर की जीत हुई थी। इन प्रस्तावों के अलावा पश्चिमी महाराष्ट्र, मराठवा और उत्तरी महाराष्ट्र के 20 प्रस्तावों पर भी डेमोक्रेट्स आग्रह करना चाह रहे हैं, जहां कांग्रेस नेता थे।
के अनुसार, अजीत प्राधिकरण मुंबई के शहरी क्षेत्र में भी चार से पांच सीटों पर उम्मीदवार उतारना चाह रहे हैं। ये समानताएं हैं, जो अल्पसंख्यक बहुसंख्यक हैं और कांग्रेस का वहां दर्शन हो रहा है। दूसरी तरफ शिंदे सेना भी 100 सीटोमं पर दावा टोक रही है, जबकि बीजेपी भी 160 से 170 नामांकन पर उम्मीदवारी की योजना पर काम कर रही है।