तीन बच्चों के साथ नदी का नज़ारा देखें-पुकारो-पुकार
हृदयेश तिवारी, निवाड़ी। श्रीरामराजा सरकार की नगरी ओरछा से दिल दहला देने वाली खबर है। यहां एक मां तीन बच्चे और परिवार के साथ दर्शन करने आई थी। पूरा परिवार मंदिर जाने से पहले बेतवा नदी के किनारे प्राकृतिक दृश्य देखने गया। इस बीच महिला का पैर था। वह देखते ही देखते बच्चों के सामने ही पानी में समा गई। उसके पानी में समाते ही चीख-पुकार मच गई। सूचना सूचना ही-एसडीओएफ की टीम ने महिला की तलाश शुरू की। दो घंटे बाद महिला का शव मिला. इस घटना के बाद इलाके में पौराणिक कथा सुनाई दी।
श्रीरामराजा सरकार के दर्शन करने गंगा तट पर तीन बच्चे, सास और साधुओं के साथ शाम 4 बजे ओरहा साइड। दरअसल, मंदिर रात 8 बजे खुला था, इसलिए सभी ने बेतवा नदी घूमने का मन बनाया। समस्त बेतवा नदी के कंचना घाट। यहां सभी सामान पर बैठ गए। गंगा नदी के किनारे हाथ-पैर धोकर चला गया। यहां रिटर्न के कारण नियरमार्केट मिट्टी का जमाव हो गया था। गंगा ने जैसे ही यहाँ पैर रखा, वैसे ही उसने फ़्लैग किया। जब तक वह अपने आप को अंधेरे की कोशिश करता है, तब तक पानी का तेज़ बहाव उसे अपने साथ ले जाता है। उसने देखते ही देखते पानी में समा गया।
मदद की प्लांट मेडिसिन रहे भाई और सास
वहीं, उनके पास ही मौजूद बीएसएट प्लेसम और सास रति ने स्क्रीम-पुकार मचा दी। उन्होंने लोगों से बहू को बचाने की कोशिश की। इसकी सूचना ऑपरेटोलॅच स्टार्टअप प्रभारी रामनिवास गोस्वामी को दी गई। उन्होंने प्लाटून कमांडर पीयूष शर्मा को महिला के डूबने की जानकारी दी। सूचना प्राप्त होने पर प्लाटून कमांडर पीयूष शर्मा के डायरेक्शन में सहयोगियों की टुकड़ी की टुकड़ी के लिए नामांकन किया गया। टीम ने मोटर बोट सहित कई साजो-सामान से महिलाओं को पुनः प्राप्त करने का प्रयास किया। दो घंटे की संकट के बाद महिला का शव मिला। टीम ने इस शव को आउटडोर ओर्खा पुलिस स्टेशन पर तैनात किया।
पहले प्रकाशित : 26 जुलाई, 2024, 07:54 IST