महाराष्ट्र

सलमान खान फायरिंग केस कोर्ट ने गैंगस्टर अनमोल बिश्नोई रोहित गोदारा के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया – India Hindi News

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विशेष मकोका कोर्ट ने बॉलीवुड अभिनेताओं सलमान खान के घर पर हुई गोलीबारी मामले में बड़ी कार्रवाई की है। अनमोल बिश्नोई और रोहित गोदारा के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया गया है। मुंबई पुलिस की ओर से शुक्रवार को यह जानकारी दी गई। अलबत्ता हो कि अनमोल बिश्नोई नेशनल लॉरेंस बिश्नोई का भाई है। इस मामले में अनमोल ने ही फेसबुक पोस्ट के जरिए हमलों की जिम्मेदारी ली थी। आरोप पत्र में कहा गया है कि अनमोल ने एक फिल्म की शूटिंग में शामिल एक फिल्म को मैसेज भेजा था कि उन्होंने इस तरह की गोलियाँ खरीदीं ताकि सलमान खान डर जाएं। एक जगह बातचीत में अनमोल बिश्नोई को लड़की सहजता से यह निर्देश दिया गया कि सुना गया कि वह सोच-विचारकर और हर जगह की तस्वीरें खींचे। इस तरह की गोलियां चलाते हैं ‘भाई’ (सलमान) डर जाते हैं।

सलमान खान ने पुलिस को बताया कि उनका मानना ​​है कि इस साल अप्रैल में उनके आवास पर लॉरेंस बिश्नोई ने गैंग बनाया था। उनका इरादा उन्हें और उनके परिवार के सदस्यों की जान लेना था। अभिनेता खान का बयान घटना के मुंबई पुलिस की ओर से अदालत में जमानत चार्जपत्र का हिस्सा है। खान ने पुलिस को बताया कि 14 अप्रैल की सुबह जब वह अपने अपार्टमेंट में सो रहे थे, तब उन्होंने फूटने जैसी कुछ आवाजें सुनीं। उन्होंने कहा कि उनके पुलिस अंगरक्षक ने सुबह करीब 4.55 बजे बताया कि मोटरसाइकिल सवार 2 लोगों ने पहली मंजिल की स्क्रीनिंग शुरू कर दी है।

सलमान खान को सबसे पहले मिलीं धमकियां
आरोपपत्र में कहा गया है कि लॉरेंस बिश्नोई और उनके गुट के सदस्यों ने भी पहले ऐसा किया था सलमान खान और उनके रिश्तेदारों को मारने की बात कही थी। एक्टर ने पुलिस को बताया कि हाल के वर्षों में उन्हें और उनके परिवार को कई अन्य धमकियां मिली हैं। उन्होंने कहा कि 2022 में उनकी बिल्डिंग के सामने बेंच पर एक डेंजरस वाला लेटर मिला था, जबकि मार्च 2023 में उन्हें लॉरेंस बिश्नोई गैंग से ईमेल से डेंजरस मिला था। जनवरी 2024 में दो अज्ञात लोगों ने पनवेल के पास अपने फार्महाउस में अयोधियों की तलाश करते हुए फर्जी पहचान का इस्तेमाल किया। पुलिस ने इस महीने की शुरुआत में महाराष्ट्र अपराध अधिनियम नियंत्रण मामलों की विशेष अदालत के सम्‍मिलित 1,735 आरोपियों पर गोली चलाने का मामला दर्ज किया था। इस मामले में गिरफ्तार लोगों में भोला कुमार गुप्ता, सागर कुमार पाल, सलाति कुमार बिश्नोई, अनुज कुमार थापन (अब मृत), मोहम्मद रफीक चौधरी और हरपाल सिंह शामिल हैं। थापन ने अपराधी के बाद पुलिस अधीक्षक में आत्महत्या कर ली थी। बाकी 5 अभी भी प्रमुख राज़-मंदिर हैं।
(एजेंसी एंटरप्राइज़ के साथ)

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