बस्ती में बाढ़ का ख़तरा… चंद मिनट में शारदा नदी में समा गया, लोगों में पुतली का जमावड़ा
प्रभात खडी. खेड़ी जिले के बिजुआ क्षेत्र की ग्राम पंचायत करसौर के मजरा नया पुरवा गांव में कई दिनों से बाढ़ आने के बाद गांव में भी खतरा पैदा हो गया है। सारदा नदी ने कटन तेज कर दिया है। आज सुबह इस गांव का एक मकान नदी में समा गया। विनाश का यह मंजर देखिये मृतकों का काँप रही हूँ। इस भीषण तबाही के कारण ग्रामीण अब खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हो गए हैं।
नया पुरवा गांव में कुल 70 मकान बने हुए थे। पिछले साल बाढ़ के कारण 35 मकान नदी में समा गए थे, तो कहीं और इस बार जुलाई माह में आई बाढ़ के कारण अब गांव में सिर्फ चार ही मकान बचे हैं। बाकी साउदादा नदी के उद्यमों की स्थापना समाप्त हो रही है और गांव की संभावनाएं समाप्त हो रही हैं। वहीं प्रशासन द्वारा म्युचुअल एनर्जी को सहायता राशि भी उपलब्ध कराई जा रही है, और जमीन भी ली गई है जिससे वह अपना नया मकान बनाकर जीवन यापन कर सकते हैं।
इन पर भरोसा शारदा का ख़ार
आज सुबह नया पुरवा गांव निवासी फूलकली का मकान देखते ही देखते नदी के अंदर कुछ श्रद्धांजलि समा गई। जानकारी के अनुसार 2 साल पहले ही फूलकली ने अपने रहने के लिए मकान बनाया था। इससे पहले बेलहासिकटिया के 25 मकान कटान की जद में आ गए थे। यहां देवी मंदिर और बरमबाबा का पेड़ भी नदी में समाया हुआ है। इसी क्षेत्र के दम्बलटांडा, लौकहा, ढखिया गांव पर भी खतरा ज्यादा है।
पहले प्रकाशित : 27 जुलाई, 2024, 14:35 IST