काबुली चने की नई शाखा से कम समय में किसानों को भारी नुकसान होगा
अलौकिक प्रताप सिंह/कानपुर: कानपुर के भारतीय दलहन अनुसंधान संस्थान एआईपीआर द्वारा एक बार फिर काबुली चने की एक खास नई शाखा तैयार की गई है। यह अब तक बाजार में उपलब्ध काबुली चनों से बेहद गुणकारी है और इसका उत्पादन भी बेहद अच्छा है। इस प्लांट को कंचन नाम दिया गया है। अब इस इंस्टीट्यूट के काबुली चने को देश भर के किसानों तक के निर्णय के लिए भी तैयारी की जा रही है। किसानों के लिए बीज उपलब्ध कराने के लिए आईओपीआर की तैयारी चल रही है।
शाकाहारी प्रोटीन वाला है ये चना
यहां के विशेषज्ञों द्वारा तैयार किया गया यह नया स्टाफ किसानों के लिए बेहतर होगा। यह लोगों के लिए अत्यंत स्वास्थ्यवर्धक भी है क्योंकि इसमें प्रोटीन की मात्रा 20 से 22 प्रतिशत तक है। अभी तक बाजार में जो चने आये थे उनमें 16 से 18 प्रतिशत ही प्रोटीन की मात्रा थी। इसके साथ ही इसका उत्पादन भी अच्छा है। 20 कुंतल तक एक हेक्टेयर में इसका उत्पादन होता है।
इतने दिनों में होगी तैयारी
कानपुर के भारतीय दलहन अनुसंधान संस्थान के निदेशक डॉक्टर जेपी थिएस ने बताया कि यह संस्थान नई काबुली चने की कार्यशाला कंचन तैयार की है। यह किसानों के लिए बेहद स्वादिष्ट होगी क्योंकि यह कम समय में भी बनेगी और इसका उत्पादन भी बेहद अच्छा होगा। 125 से 130 दिन में फसल पैक कर तैयार होगी और एक हेक्टेयर में 20 कुंतल तक उत्पादन होता है। देश भर का किसान जल्द ही इस फसल को लाएगा। इसके लिए बड़ी संख्या में मसालों का उत्पादन किया जा रहा है।
किसानों को इसी साल इसी बीज मीटिंग शुरू हो जाएगी। रबी के सीजन में आएं ही भारतीय दलहन अनुसंधान संस्थान देश भर के किसानों के लिए उपलब्ध बीज तकनीकगा। जिसे भी इसके बीज मिलेंगे वह आईआईपीआर में संपर्क कर सकते हैं। उन्हें रबी के सीज़न से बीज मीटिंग शुरू हो जाएगी
पहले प्रकाशित : 31 जुलाई, 2024, 08:36 IST