पूजा खेडकर न्यूज: पूजा खेडकर ने की ऐसी गलती, चली गई आईएएस जैसी नौकरी, जानिए कब हुई?
पूजा खेडकर समाचार: ट्रेनी रीसायकल पूजा खेदकर पर एक के बाद एक कई आरोप लगे। एकमुश्त गैर क्रीमी लीया कोटे का लाभ लेने का आरोप है। आइए जानते हैं कि पूजा खेडकर ने क्या ऐसी घटिया बात कही थी कि यूपी असिस्टेंट ने अपनी उम्मीदवारी को कड़े कदम उठाते हुए रद्द कर दिया।
यूपीएससी परीक्षा में प्लॉट फ़र्ज़ी दस्तावेज़
पूजा खेदकर ने यूपीएससी परीक्षा विवरणी के लिए फॉर्च्यूनर इंडेक्स का उपयोग किया। विकलांगता कोटे का लाभ लेने के लिए वर्ष 2019 में उन्होंने अहमदनगर जिला अस्पताल से दृष्टिबाधित प्रमाण पत्र और उसी आधार पर यूपीएससी का फॉर्म भरा। इतना ही नहीं, साल 2021 में पूजा खेदकर ने इसी जिला अस्पताल से दृष्टिबाधित और मानसिक बीमारी के लिए एक संयुक्त प्रमाण पत्र भी लिया। आरोप यह भी है कि पूजा खेडकर ने वर्ष 2022 में एक अन्य अस्पताल से अपने बाएं मरीज में विकलांगता का प्रमाण पत्र लिया। कई आदिवासियों में यह भी दावा किया गया है कि पूजा ने खुद को पिंपरी-चिंचवड़ की निवासी बताया है। इसके लिए उन्हें यहां फर्जी राशन कार्ड भी देना होगा।
यूपीएससी ने अपनी जांच में क्या पाया
यूपीएससी की ओर से जारी सूचना में बताया गया है कि पूजा खेडकर ने अपने नाम के साथ-साथ अपने माता-पिता के नाम की भी अदला-बदली के लिए एरीसी कैडर में चयन किया है। इतना ही नहीं, उन्होंने कई तरह के फर्जी दस्तावेजों का भी इस्तेमाल किया। जब इस संबंध में यूपीएससी की ओर से नोटिस जारी किया गया तो उन्होंने समय सीमा में इस नोटिस का जवाब नहीं दिया। उन्होंने 4 अगस्त तक का समय मांगा था, लेकिन यूपीएससी ने जवाब देते हुए 30 जुलाई तक का समय दिया, जिसमें वह भर्ती रहे।
कब क्या हुआ, पूरी टाइमलाइन देखें
8 जुलाई को पुणे से वाशिम प्रस्थान हुआ
पूजा खेदकर को विशेष रूप से पुणे के रजिस्ट्रार कार्यालय में प्रशिक्षण के लिए बुलाया गया था, लेकिन यहां प्रशिक्षण संस्थान के दौरान कई तरह की गड़बड़ियों के कारण रजिस्ट्रार ने अपनी याचिका शासन से कर दी। उन पर यह भी आरोप है कि उन्होंने रजिस्ट्रार कार्यालय के एक कार्यालय पर भी कब्जा कर लिया है। इसके अलावा, वह अपनी निजी ऑडी कार में लाल और लकड़ी के स्वामित्व वाली बंधक मशीनें रखती हैं। इन आश्रम के बाद उनका पोस्टर पुणे से वाशिम कर दिया गया।
11 जुलाई को केन्द्र जांच समिति का गठन किया गया
पूजा खेदकर को लेकर बढ़ते विवाद को देखते हुए केंद्र सरकार ने अपनी जांच के लिए एक समिति का गठन किया और प्रशिक्षण एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटीआई) के अतिरिक्त सचिव को जांच की जिम्मेदारी सौंपी। समिति से दो सप्ताह में इस पूरे मामले की रिपोर्ट जारी की गई।
14 जुलाई को पुलिस ने की कार्रवाई
पूजा खेदकर की ऑडी कार पर लगी लाल और लकड़ी के गोदाम मामले में पुणे पुलिस ने कार्रवाई करते हुए उनकी निजी ऑडी कार को जब्त कर लिया है। जांच में यह भी सामने आया कि जिस ऑडी कार से वह चल रहा था, उसका 21 बार का भुगतान हो चुका है। इसके अलावा, 27,400 रुपये की छूट भी दी गई है। यह सारी कार्रवाई कोलमेन्ट के उल्लंघन का कारण है।
16 जुलाई को प्रशिक्षण रद्द कर दिया गया
पूजा खेदकर को लेकर जब विवाद बढ़ा तो उनकी रीचेंज की प्रोबेशनरी ट्रेनिंग रद्द कर दी गई. साथ ही, उन्हें लाल बहादुर शास्त्री नेशनल एडमिनिस्ट्रेशन एकेडमी (एलबीएसएनएए) मसूरी बैक रिटर्न को कहा गया था, हालांकि इसके लिए निर्धारित समय सीमा 23 जुलाई तक दी गई थी, वह यहां भी नहीं थी।
17-18 जुलाई: मां मनोरमा देवी का वीडियो वायरल
पूजा खेदकर अभी भी अपनी मुश्किलों से लड़ रही हैं, इसी बीच उनकी मां मनोरमा देवी का एक पुराना वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में वह बंदूक लहराते और किसानों को धमाका करते हुए दिखाई दे रही हैं। इस वीडियो के वायरल होने के बाद पुणे ग्रामीण पुलिस ने पूजा की मां मनोरमा देवी को अवैध रूप से बंधक बनाकर रखने और धमाका करने के मामले में किसानों को गिरफ्तार कर लिया।
19 जुलाई को यूपीएससी ने कराई एफआईआर
यूपीएससी की ओर से 19 जुलाई को पूजा खेदकर पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया। इसके अलावा, यूपीएससी ने पूजा खेडकर को पूरे मामले में कारण बताओ नोटिस भी जारी किया। इस नोटिस में पूजा खेदकर से पूछा गया कि फर्जी दस्तावेज जमा करने का आरोप लगाते हुए उनकी यूपीएससी उम्मीदवारी रद्द क्यों की जाए। यूपी एसएससी की ओर से कहा गया कि यूपी एसएससी जांच के लिए पूजा खेदकर ने अपना नाम, अपने माता-पिता का नाम, अपना फोटो, हस्ताक्षर, ईमेल पता, मोबाइल नंबर और पता पहचान छिपाई है।
26 जुलाई माता-पिता को लेकर आया खुलासा
महाराष्ट्र सरकार ने पुणे पुलिस से पूजा खेडकर के माता-पिता की शादी की स्थिति के बारे में एक रिपोर्ट को खारिज कर दिया, जिसके बाद पुणे पुलिस ने इस संबंध में सरकार को एक रिपोर्ट दी। हालाँकि, इस रिपोर्ट में सिर्फ इतना बताया गया है कि दिलीप और मनोरमा कानूनी रूप से अलग हो सकते हैं।
30 जुलाई को था आखिरी मौका
पूजा खेदकर को यूपीएससी के नोटिस का जवाब 30 जुलाई को दोपहर 3:30 बजे तक दिया गया था। यूपीएससी की ओर से यह भी कहा गया था कि यह उनके लिए अंतिम अवसर है और इस अवधि को आगे नहीं बढ़ाया जाएगा, लेकिन पूजा खेदकर की ओर से कोई जवाब नहीं दिया गया।
31 जुलाई को अभ्यर्थी रद्द
यूपी एसएससी ने टोकन स्टैप्स जारी किए, ट्रेनी राकेश पूजा खेदकर की यूपी एसएससी अभ्यर्थी ने रद्द कर दी। इसके अलावा, उन्हें भविष्य में किसी भी प्रकार की परीक्षाओं में शामिल होने पर भी रोक लगा दी गई है।
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पहले प्रकाशित : 1 अगस्त, 2024, 10:07 IST