अगर कुंडली में यह ग्रह मजबूत है तो यह व्यक्ति को सफल और बेहतरीन खिलाड़ी बनाता है। जानिए किस ग्रह को मजबूत करना है।
नामपुरम: खेल यानि स्पोर्ट्स में जो लोग एक जैसे रहते हैं.वे लोग जो खेल को ही अपना व्यक्तित्व बनाना चाहते हैं. ऐसे लोगों को इस क्षेत्र में क्या सफलता मिलेगी या इसका पता ज्योतिष से भी लगाया जा सकता है। ज्योतिषाचार्य पंडित पंकज ने लोकल 18 से कहा कि जो लोग इन राशियों की चाल को समझ लेते हैं। वे कठिन से कठिन पर्वतमाला से भी चिंतित नहीं हैं।
आने वाले समय में उन पर विजय प्राप्त होती है। लेकिन सफलता में भाग्य यानि भाग्य का भी अहम योगदान होता है। ग्रह कहीं भी न कहीं भाग्य को प्रभावित करते हैं। 26 जुलाई से ओलंपिक गेम्स की शुरुआत हो गई है। इस बार ओलंपिक्स गेम पेरिस में हो रहे हैं। ओलंपिक में दुनिया भर के दिग्गज खिलाड़ियों ने भाग लिया है। ज्योतिष में खेलों का संबंध मंगल ग्रह से बताया गया है।
ग्रह का संबंध
ज्योतिष शास्त्र में मंगल ग्रह को विशेष ग्रह माना गया है। जो मेष और वृश्चिक राशि का स्वामी है। मंगल मकर राशि में उच्च का तो कर्क राशि में नीच का माना जाता है। सूर्य, चंद्रमा, बृहस्पति ग्रह से मंगल की मित्रता है। बुध से इसकी शत्रुता, शनि और शुक्र से समभाव है। इसके अतिरिक्त कर्क, सिंह, धनु और मीन राशि में यह मित्र गृह और मिथुन तथा कन्या राशि में यह शत्रु गृह बनता है। ज्योतिष ग्रंथों में मंगल ग्रह को साहस, ऊर्जा का कारक माना गया है। इसके साथ ही मंगल को युद्ध का देवता भी कहा जाता है।
राहु केतु का योगदान
कुंडली में 5वां भाव का संबंध गेम से है। लेकिन लंच और लंच का शुभ होना भी बेहद जरूरी है। इसके साथ ही शुक्र का बलवान भी व्यक्ति को बेहतरीन खिलाड़ी बनाता है। राहु-केतु जीवन में अचानक होने वाली घटनाओं का कारक है। यदि कुंडली में इन संकेतों की स्थिति शुभ व बलशाली है तो व्यक्ति विशेष सफल खिलाड़ी बनता है। इसके साथ ही राष्ट्र का नाम भी रोशन करने वाला होता है। मंगल ग्रह वृषभ और तुला राशि वालों के लिए मार्क माना गया है। मंगल ग्रह जहां का कारक है. वहीं शुक्र सुखों का कारक है। इसके साथ विदेश यात्रा के लिए राहु केतु की स्थिति और कुंडली का 12 वें भाव को अवश्य देखना चाहिए।
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पहले प्रकाशित : 6 अगस्त, 2024, 20:36 IST