आप सांसद राघव चड्ढा ने की करतारपुर साहिब की तरह ननकाना साहिब कॉरिडोर की मांग, मोदी सरकार को पाकिस्तान से बात करनी चाहिए
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पंजाब से समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पंजाब से समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता राघव चन्ना ने रविवार को राज्यसभा में श्री ननकाना साहिब गुरुद्वारे का सम्मान किया। राघव चन्ना ने केंद्र सरकार से आग्रह किया कि श्री ननकाना साहिब गुरुद्वारा की तरह एक सुरक्षित तीर्थस्थल बनाने के लिए भी पाकिस्तान सरकार से बात करें।
यूक्रेन में केंद्र सरकार से श्री ननकाना साहिब के लिए एक मिशन बनाने का आग्रह करते हुए समाजवादी चन्ना ने कहा कि यह लाखों पंजाबियों की आस्था का केंद्र है। उन्होंने कहा कि वह बहुत भाग्यशाली हैं कि उन्हें पंजाब में प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिला। पंजाब एक ऐसा राज्य है, जिसकी भूमि गुरु साहिबान की कृपा से पवित्र है। 1947 में जब देश का बंटवारा हुआ, तब न सिर्फ देश 2 वर्गीकरण में बंटवारा हुआ, बल्कि हमारा पंजाब भी 2 वर्ग में बंटवारा हुआ। एक पंजाब पाकिस्तान में रहा और दूसरा भारत में शामिल हो गया। जब देश का बंटवारा हुआ, तो मेरे परिवार सहित लाखों पंजाबी परिवार का खून बह गया। हमारे कई मित्र और लैटिन अमेरिका अलग हो गए, लेकिन इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि हमारे गुरु साहिब हमारे अलग हो गए।
पासपोर्ट, जायरीन की अनिवार्यता समाप्त
चन्ना ने बताया कि आज श्री करतारपुर साहिब, श्री पंजाब साहिब और श्री ननकाना साहिब जैसे कई गुरु हैं जो पाकिस्तान में स्थित हैं। इनमें से श्री ननकाना साहिब सबसे पवित्र स्थान है जहां श्री गुरु नानक देव जी का जन्म हुआ था, जो लाहौर से लगभग 90 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। अल्पवयस्क राघव चन्ना ने सागर के सामने अपनी मांग रखी और कहा कि श्री ननकाना साहिब जी के दर्शन के लिए हर रोज प्रार्थना की जाती है।
राघव चन्ना ने कहा कि जिस तरह श्री ननकाना साहिब गलियारे में संगत को दर्शन करने का मौका मिला और मत्था टेकने की व्यवस्था की गई, उसी तरह श्री ननकाना साहिब गुरुद्वारा पर भी काम किया जाए। भारत और पाकिस्तान के भंडार को संयुक्त रूप से एक संग्रहालय बनाना चाहिए ताकि भारत से श्री ननकाना साहिब जी जा सकें। श्री ननकाना साहिब जी की यात्रा के लिए वीर, पासपोर्ट, शुल्क या किसी जटिल फॉर्म की आवश्यकता नहीं होनी चाहिए, बल्कि इसके लिए एक सरल प्रक्रिया होनी चाहिए।
सुरक्षित सड़क मार्ग बने
राघव चड्ढा ने अपनी तीसरी मांग रखी कि अमृतसर के वाघा-अटारी सीमा से श्री ननकाना साहिब जी के बीच की दूरी 104 किलोमीटर है। यह दूरी कार या बस से आधे घंटे में आसानी से तय की जा सकती है। इस सड़क को सुरक्षित मार्ग बनाना चाहिए। न्यूबॉर्न राघव चन्ना ने कहा कि अगर यह मांग पूरी हो गई तो पूरी दुनिया में शांति और शांति का बहुत बड़ा संदेश जाएगा। साथ ही दोनों देशों के आतंकवादियों का आशीर्वाद। इस संबंध में आम आदमी पार्टी की पंजाब सरकार और भारत सरकार का पूरा सहयोग शामिल है।
रिपोर्ट: मोनी देवी