कहां से कहां पहुंच गए आटा, तेल, दाल समेत जरूरी सामानों के भाव, महंगाई पर आरबीआई की चिंता
आरबीआई ने खाद्य वस्तुओं की ऊंची कीमतों को लेकर चिंता जताई है। आरबीआई का मानना है कि खाद्य महंगाई के दबाव को अनदेखा नहीं कर सकते हैं। जून महीने में महंगाई दर 5.1 प्रतिशत रही है और चालू वित्तीय वर्ष में खुदरा महंगाई 4.5 प्रतिशत रहने का अनुमान है। महंगाई को देखते हुए आरबीआई ने फैसला लिया है कि मोबाइल और दूध की कीमतों में बढ़ोतरी के असर की समीक्षा की जाएगी। इसका मतलब साफ है कि रिजर्व बैंक मान रहा है कि मोबाइल और दूध की कीमतों में बढ़ोतरी होने से लोगों का जेब खर्च बढ़ा है, जिससे महंगाई में इजाफा हुआ है।
चुनाव के बाद बढ़े दूध के दाम
ध्यान रहे कि आम चुनाव संपन्न होने के बाद जून में दुग्ध कंपनियों ने कीमतों में इजाफा किया था। अमूल और मदर डेयरी ने फुल क्रीम दूध की कीमतें 66 रुपये से बढ़ाकर 68 रुपये प्रति लीटर कर दी थीं। इसी तरह अन्य श्रेणी के दूध की कीमतों में भी इजाफा किया गया है।
कॉल दरें भी महंगी हुईं
वहीं, जुलाई में टेलीकॉम कंपनियों ने एक झटके में टैरिफ (रिचार्ज) की कीमतों में 15-25 फीसदी का इजाफा कर दिया था। इसके साथ ही, खाद्य तेल, मसाले, दालें और अन्य जरूरी सामान कीमतों में भी साल दर साल इजाफा हो रहा है। इससे जाहिर है कि आमदनी की तुलना में लोगों के खर्च बढ़ रहे हैं।
होम और गोल्ड लोन के टॉप-अप पर क्यों सख्त हुआ आरबीआई?
प्रमुख खाद्य वस्तुओं की कीमतों में 10 वर्षों में आया उछाल
खाद्य उत्पाद 2014 2024
अरहर दाल 70-80 190-210
उड़द 70-75 140-150
मूंग दाल 85-95 160-170
चना दाल 50-55 100-120
मसूर दाल 50-55 90-110
सरसों तेल 90-100 190-220
पेट्रोल 71.41 94.72
सीएनजी 38.15 75.09
नोट- कीमतें प्रति किलोग्राम व लीटर में हैं।
आटा और दाल सस्ती कीमतों पर बेच रही सरकार
सरकार भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ लिमिटेड (नेफेड) और राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता महासंघ (एनसीसीएफ) के माध्यम से देश भर में भारत ब्रांड से दालें और आटा बेच रही है। आटा 27.50, चावल 29.00, चना दाल 60 रुपये प्रति किलोग्राम पर बेच रही है।