मध्यप्रदेश

घर से खाना पकाने की किताब पर प्रतिमान खाना पैड भारी, बेकार पढ़ा हुआ पेनाल्टी, कारण जानें और आप ऐसी घटिया से असावधानी

नई दिल्ली. ट्रेन में यात्रा के दौरान यात्री घर से खाना लेकर जाते हैं और भूख लगी रहती है। घर से खाना लेकर चलना तो ठीक है लेकिन खाने के बाद एक गलती कई बार भारी पड़ सकती है। रेलवे के बोर्ड बोर्ड के निदेशक मंडलों में यात्रियों को ऐसी गलतियां करने पर पेनाल्टी टिकट का भुगतान किया गया। पेनाल्टी हॉस्पिटली का भुगतान करने के बाद यात्री यही कहते हैं कि एक नजर आ जाए कि इससे अच्छा क्या होता है कि मास्टरमेंट से खाना लेकर खा लें, जो पेनाल्टी के अस्पताल का सस्ता पड़ जाता है। भविष्य में आप भी यात्रा के दौरान ऐसी लापरवाही करने से बचते हैं। आइए जाने पूरा मामला.

जापानी मंडल के शाही अधिकारियों के स्मारकों और स्मारकों के अनुसार साफा सुथरा को भारतीय रेलवे की मंडली में शामिल किया गया है। इसी कारण से दस्तावेजों और फाइलों में गंदगी फैलाने वालों के खिलाफ अभियान चलाया जाता है।

रॉयल्टी अधिकारी के अनुसार जुलाई में निगम मंडल में रेल यात्रियों को सफाई के लिए मंजूरी दी गई और गंदगी फैलाने वाले 187 यात्रियों से 34,800 रुपये वसूले गए। जिसमें वीरांगना लक्ष्मीबाई सोसायटी स्टेशन नंबर 27, क्वेश्चन रेलवे स्टेशन नंबर 43, बांदा स्टेशन नंबर 25 और मुरैना स्टेशन नंबर 18 पर यात्रियों को गंदगी फैलाने के जुर्म में पकड़ा गया। भारतीय रेलवे ने यात्रियों से स्टेशन परिसर और ट्रेन को साफा सुथरा बनाए रखने की अपील की है। इनमें से कई यात्रियों को घर से खाना खाने के बाद बचाकर कहीं छोड़ दिया गया था।

ये है कानून

रेलवे अधिनियम 1989 और भारतीय रेलवे नियम-2012 के अंतर्गत रिकॉर्ड्स, टाउनशिप, रेलवे जंक्शनों में कचरा फैलाना/ठुकना मना है। 500 रुपये तक की छूट का अनुमान लगाया जा सकता है।

धूम्रपान पकड़ो

मंडल में 142 यात्री पकड़े गए और उन पर 15,540 रुपये कमाए गए।

टैग: भारतीय रेलवे, भारतीय रेलवे समाचार

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