अनायास ही चलन में आ गया ‘टॉप सीक्रेट’, अवशेष मैगलर्स की हो गई थी बलले-बाले, लगातार… अनमोल के अनमोल पर आया भोजन
दिल्ली हवाई अड्डा: डॉक्यूमेंट्री की डॉक्युमेंट्री मैग्लंग करने वाले मर्कमगलर्स के दिमाग में लंबे समय से एक सवाल चल रहा था कि वे कोई भी जुगात त्रयॉन न लगा लें, डॉक्युमेंट्स की डॉक्युमेंट्री मैग्लंस को उनके सीक्रेट प्लैन के बार में पता कैसे चलता है। इस सवाल का जवाब खोजते-खोजते गो मिराईमैगलर्स के हाथों की किताब का एक रहस्य सामने आया। इस राज़ के हाथ की लंबाई के बाद मॅरीमैगलर्स को लगा कि अब उनकी ताकत डल-बैल है। अब वह पासपोर्ट पोर्टफोलियो, विदेश से सोलोमिकमगल कर पोर्टफोलियो एयरपोर्ट ला सकते हैं।
असल में, मियामी रॉयल मैग्लर्स को यह पता चला था कि उनके सीक्रेट प्लान का पता लगाने के लिए कामाराम ऑफिशियल एयरलाइंस की मदद ली गई है। साथ ही, के ‘सिताराम’ के पास एक ऐसा सॉफ्टवेयर है, जिसकी मदद से वह लगातार यात्रा करने वाले फ्री फ़्रैंक फ़्लायर्स का पता लगा लेते हैं। डॉयरमैगलर्स के बारे में पता चला है कि वे डॉयरमैगलिंग के लिए बार-बार विदेश यात्रा पर जाते हैं, उनका नाम भी कॅार्टम और एयरलाइंस की फ्री फ्रैक्ट फ्लेयर की लिमार्टा में शामिल किया गया है।
हवाईअड्डे सुरक्षा से जुड़े वरि. विदेश से वापस आने पर ही वह तीक्ष्ण रहस्यमय तरीके से सोना लेकर आए थे जब वे सोना लेकर आए थे। चित्रमगलर्स ने अपना नया प्लान तैयार किया और सोने की तस्वीरें में लग गए।
डिटेक्ट ने बताया कि आपके नए प्लान की मदद से मेरिमागलर्स को कितनी मदद मिली, यह अभी जांच का विषय है, लेकिन, एक मामले की तफ्तीश के दौरान मेरिमागलर्स के इस नए पीएलान का पता जरूर चल गया। असल, 12 जून को स्मारक ने आईजीए एयरपोर्ट के टर्मिनल तीन से अतीक उर रहमान नाम के एक गो मित्र मित्रमगलर को गिरफ्तार किया था। इस दौरान, इसके कबाड़ से करीब 29,76,802 रुपये कीमत का 624 ग्राम सोना बरामद किया गया था।
इस दौरान, इसके कबाड़े से एक सैमसंग का फ़ो फ़्लोरिडा मोबाइल भी बरामद किया गया था, जिसे कदातरम ने जांच के लिए फॉरेंसिक के पास भेजा था। मोबाइल की जांच के दौरान, कामराम के पास से कुछ आधार कार्ड की सॉफ्ट कॉपी बरामद हुई। जिसमें फोटो सहित, अभिलेख, तो एक जैसी जगह थी, लेकिन सभी के नाम अलग-अलग थे। एक आधार कार्ड पर अब्दुल जमीर तो दूसरे आधार कार्ड में इज़राइल सरफराज दर्ज था। उसके बाद, जब अतीक से पूरा पता चला तो एक बारगी की बात, मित्र के स्मारक पर भी खाना खाया गया।
एयरपोर्ट सुरक्षा से जुड़े वैरी ट्रस्टी अधिकारी के अनुसार, फ्रीफ्वेंट फ्लेयर की लिबर्टी डॉक्यूमेंट्री से बचने के लिए ये फर्जी आधार कार्ड बनाए गए थे, जिससे वे अलग-अलग नाम से टिकट बुक कर सकते थे, जिसमें दूसरी तरफ दोस्ती को धोखा देना भी शामिल था। आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने एयर कॅटरम प्रिवेंटिव के सुप्रीटेंडेंट की याचिका पर मामला दर्ज कर अपनी तफ्तीश शुरू कर दी है।
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पहले प्रकाशित : 21 जून, 2024, 12:57 IST