सिर्फ 12 दिन का इंटरनेशनल करियर, आखिरी ODI में हैट्रिक सहित ‘पंजा’ जड़ा, बना था प्लेयर ऑफ द मैच लेकिन..
नई दिल्ली. किस्मत के खेल अजीब हैं. कई ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्हें खुद को स्थापित करने के लिए ढेरों मौके मिले लेकिन वे ऐसा नहीं कर सके. दूसरी ओर, कुछ ऐसे खिलाड़ी भी हैं, इंटरनेशनल क्रिकेट में जिनके हिस्से में गिने-चुके मौके आए. इन मौकों पर अपने प्रदर्शन से इन्होंने चमक भी बिखेरी लेकिन ज्यादा नहीं खेल सके. ऑस्ट्रेलिया के एंथोनी स्टुअर्ट (Anthony Stuart) को ऐसे ही बदकिस्मत क्रिकेटर्स की कैटगरी में रखा जा सकता है.
न्यू साउथ वेल्स के लंबे कद के तेज गेंदबाज स्टुअर्ट का इंटरनेशनल करियर महज 12 दिन का ही रहा. इस दौरान उन्होंने अपनी ओर से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दिया. अपने आखिरी वनडे में उन्होंने हैट्रिक सहित 5 विकेट लेने के अलावा दो कैच भी लिए. वे प्लेयर ऑफ द मैच बने लेकिन फिर देश के लिए नहीं खेल सके. तीन वनडे के साथ ही उनके इंटरनेशनल करियर पर ‘फुलस्टॉप’ लग गया. इस बात में कोई शक नहीं कि स्टुअर्ट को जितने भी मौके मिले, उन्होंने श्रेष्ठ प्रदर्शन देने में कोई कसर नहीं छोड़ी.
डेब्यू वनडे मैच में दो विकेट हासिल किए
2 जनवरी 1970 को जन्मे एंथोनी मार्क स्टुअर्ट दाएं हाथ से तेज गेंदबाजी करते थे. घरेलू क्रिकेट के लिस्ट ए मैचों में शानदार प्रदर्शन के बल पर उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई टीम में जगह बनाई और अपने 27वें जन्मदिन के तीन दिन बाद, 5 जनवरी 1997 को वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे खेलकर करियर का आगाज किया. डेब्यू वनडे में उन्होंने 10 ओवर्स में 48 रन देकर दो विकेट हासिल किए. इन विकेटों का महत्व इसलिए और बढ़ जाता है क्योंकि बैटिंग विकेट पर इंडीज टीम ने ऑस्ट्रेलिया के 285 रनों का टारगेट महज तीन विकेट खोकर हासिल कर लिया था. इन तीन विकेटों में से दो- ब्रायन लारा और जूनियर मरे को स्टुअर्ट ने ही आउट किया था.
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वनडे में हैट्रिक लेने वाले ऑस्ट्रेलिया के दूसरे बॉलर बने थे
स्टुअर्ट ने दूसरा मैच 7 जनवरी को पाकिस्तान के खिलाफ खेला और 10 ओवर में 35 रन देकर एक विकेट हासिल किया. दो रन आउट में भी उन्होंने योगदान दिया था. इसके बाद 16 जनवरी को खेला गया मैच उनके करियर के लिहाज से ‘मील का पत्थर’ रहा. मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) पर पाकिस्तान के खिलाफ इस मैच में उन्होंने हैट्रिक सहित 5विकेट लेने के अलावा 3 कैच भी लपके थे और मैच के सर्वश्रेष्ठ प्लेयर बने थे. वे उस समय ब्रूस रीड के बाद वनडे में हैट्रिक लेने वाले दूसरे ऑस्ट्रेलियाई बॉलर बने थे.
तीन में से तीन! एंथनी स्टुअर्ट ने 1997 में हैट्रिक के साथ MCG को गुलजार कर दिया था! #मेलबर्नमोमेंट्स pic.twitter.com/Y4VtBax8Vx
— क्रिकेट.कॉम.एयू (@cricketcomau) 2 सितंबर 2020