भारतीय छात्रों का ब्रिटिश विश्वविद्यालयों के प्रति घट रहा रुझान, आंकड़े कर देंगे हैरान
<पी शैली="पाठ-संरेखण: औचित्य सिद्ध करें;">ब्रिटेन में भारतीय विद्यार्थियों की संख्या में गिरावट आई है, जो प्रवासन प्रतिबंधों, विशेष रूप से आश्रितों को लाने पर प्रतिबंध के कारण है. ब्रिटेन के गृह मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक जून 2024 को समाप्त हुए वर्ष में भारत से ब्रिटेन आने वाले छात्रों की संख्या में 23 प्रतिशत की गिरावट आई है. यह गिरावट सबसे अधिक छात्र वीजा धारकों के अपने साथ आश्रित पारिवारिक सदस्यों को लाने के अधिकार पर कड़े प्रतिबंधों के कारण हुई है. हालांकि, भारतीय छात्र अभी भी ब्रिटेन में पढ़ाई के लिए वीजा प्राप्त करने के मामले में टॉप पर बने हुए हैं.
गृह मंत्रालय की तरफ से जून 2024 को समाप्त हुए गत एक वर्ष के जारी आंकड़ों के मुताबिक उच्च अध्ययन के लिए ब्रिटेन आने वाले भारतीय विद्यार्थियों की संख्या में 23 प्रतिशत की कमी आई है. लेकिन स्नातक शिक्षा के आधार पर वीजा पर रहने की अनुमति प्राप्त करने के मामले में वे सबसे बड़े समूह का प्रतिनिधित्व करते हैं. इस श्रेणी के वीजा में विदेशी छात्रों को उनकी डिग्री के बाद दो साल तक ब्रिटेन में काम करने की अनुमति मिलती है. भारतीय विद्यार्थियों की संख्या में यह गिरावट अधिकतर छात्र वीजा धारकों के अपने साथ आश्रित पारिवारिक सदस्यों को लाने के अधिकार पर कड़े प्रतिबंधों के प्रभाव का पहला संकेत है, जो इस वर्ष के शुरू में लागू हुआ था.
दो-तरफा आवाजाही की सुविधा
गृह मंत्रालय के आंकड़ों की मानें तो जून 2024 को समाप्त हुए वर्ष में मुख्य आवेदकों में भारतीय नागरिक थे जिन्हें 1,10,006 प्रायोजित अध्ययन वीजा दिए गए (कुल का 25 प्रतिशत), जो पिछले वर्ष की तुलना में 32,687 कम है. रिपोर्ट के अनुसार साल 2019 से 2023 के बीच विदेशी छात्रों की संख्या में अधिकांश वृद्धि भारतीय और नाइजीरियाई नागरिकों की थी, लेकिन नवीनतम वर्ष में इन देशों के विद्यार्थियों की संख्या में (क्रमशः 23 प्रतिशत और 46 प्रतिशत) गिरावट आई है. भारत-ब्रिटेन युवा पेशेवर योजना के तहत युवा स्नातकों को किसी भी देश में दो वर्ष तक रहने और काम करने के लिए दो-तरफा आवाजाही की सुविधा प्राप्त है.
क्या कहते हैं आंकड़े?
इसके तहत पिछले वर्ष फरवरी में प्रथम चरण में 2,234 भारतीय नागरिक ब्रिटेन आए जो वार्षिक 3,000 वीजा सीमा से काफी कम है. इस बीच पिछले वर्ष विजिटर वीजा पर ब्रिटेन की यात्रा करने वाले विदेशियों की सूची में भारतीय टॉप पर हैं जिन्हें 25 प्रतिशत ब्रिटिश ‘विजिटर वीजा’ प्रदान किए गए, जबकि चीनी नागरिकों को 24 प्रतिशत वीजा प्रदान किए गए. अप्रैल और जून 2024 के बीच ‘स्वास्थ्य और देखभाल कार्यकर्ता’ मुख्य आवेदकों के दिए वीजा की संख्या 81 प्रतिशत घटकर 6,564 रह गई, जबकि 2023 में इसी अवधि में 35,470 वीजा थे.
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