मन की बात में पीएम मोदी ने की देश की दिशा बदल रहे स्टार्टअप्स की चर्चा, झाबुआ के सफाईकर्मियों की तारीफ
Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात कार्यक्रम को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने पहले नेशनल स्पेस डे की चर्चा की। इसके अलावा पीएम ने मद्रास आईआईटी से पढ़े और अब गैलेक्स आई नाम से स्टार्टअप चला रहे युवाओं से भी बात की। उन्होंने देश के युवाओं में राजनीति को लेकर आ रही जागरुकता और असम के गांव में जानवरों से बढ़ते प्रेम पर भी बात की। उन्होंने अरुणाचल प्रदेश के युवाओं द्वारा खास थ्रीडी पेंटिंग और और मध्य प्रदेश के झाबुआ सफाईकर्मियों द्वारा वेस्ट मटीरियल के रीयूज से पार्क की खूबसूरती बढ़ाने को लेकर भी बातें कहीं।
इससे पहले मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज एक बार फिर बात होगी-देश की उपलब्धियों की, देश के लोगों के सामूहिक प्रयासों की। 21वीं सदी के भारत में कितना ही कुछ ऐसा हो रहा है, जो विकसित भारत की नींव मजबूत कर रहा है। जैसे इस 23 अगस्त को ही हम सब देशवासियों ने पहला राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस मनाया। पीएम मोदी ने कहा कि मुझे विश्वास है कि आप सबने इस दिन एक बार फिर चंद्रयान-3 की सफलता का जश्न मनाया होगा। पिछले वर्ष इसी दिन चंद्रयान-3 ने चांद के दक्षिणी हिस्से में शिव-शक्ति बिंदु पर सफलतापूर्वक लैंडिंग की थी। भारत इस गौरवपूर्ण उपलब्धि को हासिल करने वाला दुनिया का पहला देश बना।
पीएम मोदी ने कहा कि हर घर तिरंगा और पूरा देश तिरंगा-इस बार ये अभियान अपनी पूरी ऊंचाई पर रहा। देश के कोने-कोने से इस अभियान से जुड़ी अद्भुत तस्वीरें सामने आई हैं। हमने घरों पर तिरंगा लहराते देखा स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय में तिरंगा देखा। लोगों ने अपनी दुकानों, दफ्तरों में तिरंगा लगाया, लोगों ने अपने डेस्कटॉप, मोबाइल और गाड़ियों में भी तिरंगा लगाया। जब लोग एक साथ जुड़कर अपनी भावना प्रकट करते हैं, तो इसी तरह हर अभियान को चार चांद लग जाते हैं।
प्रधानमंत्री ने इस दौरान जम्मू-कश्मीर का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के रियासी में 750 मीटर लंबे झंडे के साथ तिरंगा रैली निकाली गई। यह रैली दुनिया के सबसे ऊंचे चिनाब रेलवे ब्रिज पर निकाली गई। जिसने भी इन तस्वीरों को देखा, उसका मन खुशी से झूम उठा। श्रीनगर के डल लेक में भी तिरंगा यात्रा की मनमोहक तस्वीरें हम सबने देखीं। अरुणाचल प्रदेश के ईस्ट कामेंग जिले में भी 600 फीट लंबे तिरंगे के साथ यात्रा निकाली गई। देश के अन्य राज्यों में भी इसी तरह, हर उम्र के लोग, ऐसी तिरंगा यात्राओं में शामिल हुए।