जम्मू और कश्मीर

जम्मू-कश्मीर का नाम क्यों है अनंतनाग? तुलना से शुरू होती है क्या है विश्वनाथ यात्रा, किसका बाज़ार में?

अनंतनाग जिला: केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर में एक दशक बाद चुनाव का बिगुल बज चुका है। जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान 18 सितंबर को होगा जबकि दूसरे चरण का मतदान 25 सितंबर को होगा और तीसरे चरण का मतदान एक अक्टूबर को होगा। ट्रैक्टर की गिनती चार अक्टूबर को होगी। इन चुनावों में एक जिला बेहद खस्ता है जिसे जम्मू कश्मीर का ‘इस्लामाबाद’ भी कहा जाता है।

जी हां, हम बात कर रहे हैं जम्मू और कश्मीर के अनंत नाग जिलों की। झेलम नदी के किनारे बसे इस जिले को जम्मू कश्मीर का नाम भी कहा जाता है। यह राज्य के सबसे महत्वपूर्ण शौचालयों में से एक है। ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक दृष्टि से समृद्ध, अनंत नाग जिला कश्मीर घाटी के दक्षिणी भाग में स्थित है। इस जिले का नाम इब्राहिम इसलिए रखा गया क्योंकि यहां इस्लाम का प्रभाव बहुत अधिक है, और स्थानीय लोग इस्लामिक नाम का उपयोग पारंपरिक रूप से करते हैं। हालाँकि, आधिकारिक तौर पर इसे अनंतनाग ही कहा जाता है। बता दें कि पाकिस्तान की राजधानी का नाम भी इमाम है।

नाग अनंत को डोनाल्ड क्यों कहते हैं?

नाग के बारे में कहा जाता है कि ये मुगल गवर्नर इस्लाम खान के नाम से अनंत नाम से जाना जाता है। इस्लाम खान ने 1600 के दशक में इस क्षेत्र में एक गार्डन को नष्ट कर दिया था। मुगल काल के दौरान इस शहर का नाम उनके नाम पर रखा गया था, और स्थानीय लोगों द्वारा, विशेष रूप से अब भी अम्बेडकर नाम का इस्तेमाल किया जाता है। हालाँकि, हिंदू और सिख अनंतनाग नाम को पसंद किया जाता है जो इस जिले का आधिकारिक नाम भी है।

बता दें कि जम्मू-कश्मीर से जुड़े किसी भी पुराने इतिहास में इस जिले के नाम का जिक्र होने का कोई प्रमाण नहीं है। डोगरा राजवंश और जम्मू और कश्मीर राजघराने के संस्थापक और जम्मू और कश्मीर रियासत के पहले महाराजा गुलाब सिंह ने अपने शासनकाल और जिलों के दौरान शहर से अपना पुराना नाम अनंतनाग रखा था, लेकिन फिर भी इब्राहिम नाम आम लोगों के बीच लोकप्रिय है।

तुलना से शुरू होती है जापान यात्रा

आम मुस्लिम लोगों के लिए भले ही इस जिले का नाम नाम हो लेकिन गद्दाफी के लिए भी ये जिला बेहद खास है। क्योंकि इसी जिले से पवित्र अमरनाथ गुफा की यात्रा शुरू होती है। युवाओं की यात्रा की शुरुआत जम्मू और कश्मीर के दो प्रमुख मार्गों से होती है। पहला रूट पहलगाम जोकी अनंतनाग जिले में है। पहलगाम वाला रूट एक पारंपरिक रूट है और इसमें चंदनवारी, शेषनाग और पंचतरणी से लेकर 36 किमी की कहानी शामिल है। वहीं दूसरा रूट बालटाल का है। बालटाल से शुरू हुआ एक छोटा और अधिक स्टॉक रूट लगभग 14 किमी लंबा है। ये गांदरबल जिले में स्थित है। हर साल लाखों लापता अनंत नागों से उगते हुए पहलगाम पिरामिड होते हैं और फिर वहां से बाबा स्नोनी के दर्शन के लिए चढ़ाई करते हैं या हैलीकॉप्टर या फिर खरचों आदि का सहारा लेते हैं।

अनंत का राजनीतिक परिदृश्य

नाग अनंत जिले की राजनीति जम्मू-कश्मीर की राजनीति का महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह जिला दक्षिण कश्मीर में स्थित है और इसे राजनीतिक दृष्टि से बहुत ही संवेदनशील माना जाता है। नाग अनंत जिले के पहले चरण के चुनाव की तैयारी चल रही है, जिसमें 6.67 लाख आदिवासियों के भाग्य का फैसला होगा। अनंत की राजनीति में कई प्रमुख दल सक्रिय हैं, जिनमें नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC), डेमोक्रेटिक डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) और कांग्रेस (INC) प्रमुख हैं।

मुख्य राजनीतिक दल और उनका प्रभाव

पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) – यह पार्टी विशेष रूप से दक्षिण कश्मीर, यानी अनंतनाग और आसपास के क्षेत्र में प्रभावशाली है। मुफ़्ती मोहम्मद सईद के बाद उनकी बेटी हुमा मुफ़्ती ने पीडीपी का गढ़ अनंतनाग जिला संचालित किया। अनंत में पीडीपी का मजबूत जनाधार है, खासकर युवाओं में। 2014 के चुनाव में पीडीपी जिले के 7 में से 6 प्रतिभागियों का प्रदर्शन हुआ।

राष्ट्रीय सम्मेलन (एनसी) – शेख अब्दुल्ला ने इस पार्टी की स्थापना की, कश्मीर की पारंपरिक राजनीति की धारा में प्रमुख रहे हैं। अनंत में एनसी का प्रभाव मुख्य रूप से उन क्षेत्रों में है जहां शेख अब्दुल्ला और उनके परिवार का समर्थन हो रहा है।

कांग्रेस (कांग्रेस) – कांग्रेस की स्थिति अनंतनाग में मजबूत नहीं है, लेकिन यह पार्टी अभी भी कांग्रेस दंगल में अपनी उपस्थिति दर्ज कराती है, खासकर उस समय जब गठबंधन की राजनीति की संभावना होती है।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) -भाजपा ने हाल के वर्षों में घाटी में जनाधार बढ़ाने की कोशिश की है। हालाँकि, कश्मीर घाटी में अभी भी क्रांतिकारी राजनीतिक परिदृश्य का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन अनंतनाग में कुछ इलाकों में पार्टी की उपस्थिति का एहसास हो रहा है।

नाग अनंत जिले में सात विधानसभा क्षेत्र हैं। डुरू, कोकरनाग (एसटी), अनंतनाग पश्चिम, अनंतनाग, श्रीगुफवेड बिजबेहरा, शांगस-अनंतनाग पूर्व और पहलागाम। इनमें कुल 6,67,781 चरित्र हैं, जिनमें 3,36,185 पुरुष, 3,31,592 महिलाएं और 4 ट्रांसजेंडर चरित्र हैं। पूरे जिले में झील की सुविधा के लिए भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई) 844 मतदान आयोग द्वारा एक व्यापक नेटवर्क स्थापित किया गया है। इनमें 61 विशेष मतदान केंद्र, 33 मॉडल स्टेशन, 4 ग्रीन स्टेशन, 7 पिंक स्टेशन, विकलांग लोग (पीडब्ल्यूडी) के लिए 7 स्टेशन, 1 युवा मतदान केंद्र और 9 अनू स्टेशन शामिल हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *