संकट में स्पाइसजेट, DGCA ने एयरलाइन पर बढ़ाई निगरानी, डिमांड में है शेयर
आर्थिक संकट से जूझ रही प्राइवेट सेक्टर की एयरलाइन स्पाइसजेट की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। दरअसल, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने स्पाइसजेट पर अपनी निगरानी बढ़ा दी है। इसका मकसद एयरलाइन के संचालन की सुरक्षा और विश्वसनीयता सुनिश्चित करना है। इस बीच, दुबई एयरपोर्ट पर बकाया भुगतान संबंधी कारणों से स्पाइसजेट की फ्लाइट पर रोक लगा दी गई है।
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक दुबई एयरपोर्ट ने बकाया चुकाने में विफल रहने के कारण स्पाइसजेट के यात्रियों को चेक-इन करने से रोक दिया। ऐसे में एयरलाइन को खाली उड़ानें संचालित करने के लिए मजबूर होना पड़ा।
संकट में स्पाइसजेट एयरलाइन
पिछले कुछ समय से स्पाइसजेट के प्रमोटर अजय सिंह एयरलाइन के सहारे के लिए निवेशकों की तलाश कर रहे हैं। वह करीब 3,000 करोड़ रुपये जुटाने के लिए बड़ी हिस्सेदारी कम करना चाह रहे हैं। इससे पहले एयरलाइन ने 64 निवेशकों के समूह से लगभग 2,250 करोड़ रुपये जुटाने की घोषणा की थी। हालांकि, एयरलाइन कंपनी सिर्फ 1,060 करोड़ रुपये ही जुटा सकी।
इसके अलावा एयरलाइन पर विमान पट्टेदारों के बकाया भुगतान में चूक के भी आरोप लगे हैं। इसी वजह से कुछ कंपनियों ने एयरलाइन को दिवालिया घोषित करने के लिए अदालत में याचिका दायर की है।
कैसे रहे जून तिमाही के नतीजे
हाल ही में स्पाइसजेट ने जून 2024 को समाप्त पहली तिमाही के नतीजे जारी किए हैं। इस तिमाही में कंपनी के नेट प्रॉफिट में 20% की गिरावट आई और यह 158 करोड़ रुपये रह गया। पिछले वर्ष की इसी अवधि में प्रॉफिट 198 करोड़ रुपये था। जून तिमाही के दौरान परिचालन से राजस्व साल-दर-साल 15% गिरकर 1,708 करोड़ रुपये हो गया। एक साल पहले की समान अवधि में यह 2,003 करोड़ रुपये था।
शेयर का हाल
इन खबरों के बीच स्पाइसजेट एयरलाइन के शेयर की बात करें तो गुरुवार को 66.23 रुपये पर बंद हुआ। एक दिन पहले के मुकाबले शेयर 6.38% चढ़कर बंद हुआ। ट्रेडिंग के दौरान शेयर की कीमत 66.66 रुपये तक पहुंच गई। बता दें कि शेयर के 52 हफ्ते का हाई 77.50 रुपये है।