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‘धार्मिक भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचा सकते’, कंगना रनौत की ‘इमरजेंसी’ पर किसने दिया ये बयान?

नई दिल्ली: कंगना रनौत की फिल्म ‘इमरजेंसी’ का ट्रेलर जब से रिलीज हुआ है, तब से फिल्म के कॉन्टेंट को लेकर विवाद हो रहा है. फिल्म पर धार्मिक भावनाओं को भड़काने का आरोप लग रहा है. अब सरकार के टॉप सूत्रों ने कहा कि एक्ट्रेस कंगना रनौत की अगली फिल्म ‘इमरजेंसी’ में कुछ संवेदनशील कॉन्टेंट है, जिसके चलते धार्मिक भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाया जा सकता.

सरकारी सूत्रों ने सीएनएन-न्यूज18 को बताया, ‘फिल्म में कुछ कॉन्टेंट संवेदनशील है. यह लोगों की भावनाओं से जुड़ा गंभीर मुद्दा है. कुछ धार्मिक संगठनों ने चिंता जताई है. धार्मिक भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाया जा सकता.’ हिमाचल प्रदेश के मंडी से भाजपा की लोकसभा सांसद रनौत ने फिल्म में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का किरदार निभाया है, हालांकि उन्होंने पिछले हफ्ते कहा कि उनकी फिल्म को सेंसर बोर्ड से मंजूरी नहीं मिली है.

फिल्म ‘इमरजेंसी’ की स्क्रीनिंग दी चुनौती
एक्ट्रेस ने एक्स पर पोस्ट किए गए एक वीडियो मैसेज में दावा किया कि उन्हें और सीबीएफसी सदस्यों को धमकियां मिली हैं. उन पर 1984 में सिख अंगरक्षकों द्वारा इंदिरा गांधी की हत्या को फिल्म में न दिखाने का दबाव है. मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय ने सोमवार को कंगना रनौत, केंद्र सरकार, सेंसर बोर्ड और अन्य को उस जनहित याचिका पर नोटिस जारी किया, जिसमें ‘इमरजेंसी’ की स्क्रीनिंग को इस आधार पर चुनौती दी गई थी. फिल्म के एक सीन को लेकर आपत्ति जताई गई है.

जनहित याचिका पर 3 सितंबर को होगी सुनवाई
जनहित याचिका (पीआईएल) में कहा गया है कि ‘इमरजेंसी’ में ऐसे सीन हैं जो सिख समुदाय के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन करते हैं और फिल्म में मुख्य भूमिका निभाने वाली एक्ट्रेस और अन्य जिम्मेदार लोगों से बिना शर्त माफी की मांग की गई है. कोर्ट ने सुनवाई की अगली तारीख मंगलवार (3 सितंबर) तय की है.

पहले प्रकाशित : 2 सितंबर, 2024, 11:06 अपराह्न IST

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