सोलर कंपनी को मिला बड़ा ऑर्डर, शेयर को खरीदने की लूट, आपका है दांव?
जेनसोल इंजीनियरिंग ने साझा किया: जेनसोल समूह की प्रमुख कंपनी जेनसोल इंजीनियरिंग के शेयर आज इंट्राडे में 3.5% बढ़कर ₹972 प्रति शेयर पर पहुंच गए। शेयरों में इस तेजी के पीछे ऑर्डर है। दरअसल, कंपनी मैट्रिक्स गैस एंड रिन्यूएबल्स के सहयोग से प्रमुख पावर प्रोडक्शन कंपनी के लिए भारत की पहली बायो-हाइड्रोजन परियोजना विकसित करने के लिए सबसे कम बोली लगाने वाली कंपनी के रूप में उभरी है। 164 करोड़ रुपये की लागत वाली यह परियोजना 18 महीनों के भीतर पूरी होने वाली है।
क्या है डिटेल
कंपनी ने स्ट्रैटेजिक तौर पर वेस्टिंगहाउस, यूएसए के साथ साझेदारी की है। इसके पास तकनीक का पेटेंट है और जिसने ग्लोबल लेवल पर कई प्लांट चालू किए हैं। कंपनी ने अपनी एक्सचेंज फाइलिंग में कहा कि कार्य के दायरे में 25 टन प्रति दिन (टीपीडी) बायो-वेस्ट प्रोसेसिंग की स्थापना और प्री-गैसिफिकेशन प्लाज्मा-प्रेरित विकिरण एनर्जी- बेस्ड गैसीकरण प्रणाली (जीएच2-पीआरईजीएस) तकनीक से 1 टीपीडी ग्रीन हाइड्रोजन इंफ्रास्ट्रक्चर का उत्पादन करना शामिल है। जेनसोल और मैट्रिक्स दोनों ही आम प्रमोटरों द्वारा प्रमोटेड कंपनियां हैं और वे प्रत्येक यूनिट के कौशल सेट का लाभ उठाते हुए ग्रीन हाइड्रोजन और इसके डेरिवेटिव (जिसमें ग्रीन स्टील और ग्रीन अमोनिया शामिल हैं) में सहयोग करना जारी रखेंगी।
लगातार मिल रहे ऑर्डर
जून में कंपनी गुजरात ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड (GUVNL) से ₹1,340 करोड़ मूल्य की 250 MW/500 MWh स्टैंडअलोन बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम (BESS) परियोजना के लिए सफल बोलीदाता के रूप में उभरी थी। बता दें कि जेनसोल इंजीनियरिंग भारत के प्रमुख सोलर इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण व्यवसायों में से एक है। सोलर पार्क और रूफटॉप इंस्टॉलेशन में विशेषज्ञता रखने वाली जेनसोल ने 770 मेगावाट से अधिक की कुल परियोजनाएं पूरी की हैं। यह फर्म भारत की सबसे बड़ी सौर ओएंडएम प्रोवाइडर भी है। घरेलू ब्रोकरेज अरिहंत कैपिटल की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, जेनसोल इंजीनियरिंग अपने सूचीबद्ध प्रतिस्पर्धियों के बीच मजबूत स्थिति में है।