जम्मू और कश्मीर

देश के सबसे गरीब उम्मीदवार हैं कृष्णानगर, महोबा 1000 रुपये नकद; प्रॉपर्टी जीरो

जम्मू-कश्मीर के नौशेरा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के उम्मीदवार रेजोल्यूशन की संभावनाएं: देश के सबसे गरीब बाजार हैं। मजे की बात तो यह है कि समुद्र में 10 साल पहले जम्मू-कश्मीर के ज्यादातर नेताओं की संपत्तियां गायब हो गई थीं, जबकि अन्य जगहों पर पहले भी गरीब हो गए थे। 2014 के चुनाव में रिज़र्व बैंक ने जो हलफनामा दिया था, उसके मुताबिक उनके खाते में करीब 20 हजार रुपये नकद और 1000 रुपये की बचत थी। रेलवे के खिलाफ कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं है। उन्हें किसी मामले में दोषी करार दिया गया है।

अब उन्होंने जो फिडेविट को पछाड़ दिया है, उनके मुताबिक, खजाने की कीमत करीब 1000 रुपये ही है। इस तरह 2014 में उनके करीब 20000 रुपये की कमी हो गई। लालकृष्ण सत्यनारायण शर्मा कुमार राजौरी के नौशेरा में रहने वाले हैं। उन्होंने अपने एफिडेविट में बताया कि उनके पास करीब 1000 रुपये नकद हैं और कोई वाहन नहीं है। इसके अलावा जूलरी, कृषि भूमि, व्यावसायिक संपत्ति, गैर-कृषि भूमि और अन्य वित्तीय और आवासीय संपत्तियां भी उनके नाम पर नहीं हैं। रेलवे ने बताया कि उनका नजदीकी जम्मू के गांधी नगर में सरकारी आवास है। यह उन्हें 2014 में निर्वाचित होने पर चुना गया था।

किसी भी तरह का बिजली, फोन और पानी का बिल किसी भी तरह का नहीं है। साइंस ग्राजुएट क्रिएटिव रिलेशन ने मैहरन राइटल और ड्यूटीज एजुकेशन में भी काम किया है। लालकृष्ण जम्मू-कश्मीर में भाजपा के शीर्ष नेताओं में से एक हैं और वह क्षेत्रीय विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी की जिम्मेदारी भी निभा रहे हैं। आक्रामक किशोरों के लिए प्रसिद्ध राजवंशीय नौशेरा के पहाड़ी ब्राह्मण परिवार में जन्म हुआ था। वह 2017 से ही जम्मू-कश्मीर में भाजपा के अध्यक्ष हैं। बीजेपी से पहले वह आरएसएस में सक्रिय थे। रैलेन ने नौशेरा विधानसभा सीट से 2014 में 37,374 वोटों से जीत हासिल की थी। उन्होंने पीआईपी के सुरिंदर चौधरी को 9,503 से हराया था।

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