पीएम मोदी ने मणिपुर का नहीं किया दौरा, इसे लेकर दुखी हैं राज्य के लोग; पूर्व राज्यपाल ने क्या कहा
मणिपुर की पूर्व राज्यपाल अनुसुइया उइके ने हिंसा प्रभावित राज्य को लेकर रविवार को बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि राज्य के लोग इस बात को लेकर दुखी हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब तक वहां नहीं गए। हिन्दुस्तान टाइम्स से एक्सक्लूसिव बातचीत में उइके ने कहा, ‘उस समय जिस तरह के हालात थे, ऐसा हो सकता है कि पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने कोई फैसला लिया हो। मगर, मुझे इसकी जानकारी नहीं है। मणिपुर के लोग तो पीएम मोदी को पसंद करते हैं। वहां पर जिस तरह के विकास कार्य हुए हैं, उसके कारण लोग उनका सम्मान करते हैं। फिलहाल वे यह कहते हुए दुखी होते हैं कि प्रधानमंत्री को मणिपुर का दौरा करना चाहिए।’
अनुसुइया उइके से पूछा गया कि क्या पीएम मोदी ने मणिपुर के लोगों को निराश किया है? इस पर उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है। पूर्व राज्यपाल ने कहा, ‘नहीं, मुझे ऐसा नहीं लग रहा है। यह याद आता है कि उस वक्त पीएम मोदी फ्रांस में थे। भारत लौटने के बाद उन्होंने इस मामले को लेकर कैबिनेट मीटिंग बुलाई। इसमें मुद्दे पर चर्चा की गई। केंद्र सरकार ने मणिपुर की स्थिति पर लगातार नजर बनाए रखा।’ उन्होंने कहा कि स्थिति पर गृह मंत्री का नियंत्रण बना रहा, जो लगातार बदलती भी रही। आप देखिए कि हालात धीरे-धीरे शांतिपूर्ण होते गए। पीएम मोदी ने मणिपुर की घटनाओं पर चिंता भी जताया था। मालूम हो कि पिछले साल मई से अब तक मैतेई और कुकी के बीच संघर्ष में 200 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं और हजारों लोग बेघर हो गए हैं।
‘मणिपुर के हालात काफी हद तक नियंत्रित’
पूर्व राज्यपाल ने कहा ने मणिपुर के हालात काफी हद तक नियंत्रित कर लिए गए हैं। उन्होंने कहा कि मैं राहत शिविरों में दोनों समुदायों के कई लोगों से मिली हूं। इस बीच, मणिपुर में हिंसा की नई घटनाओं को लेकर मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने चिंता जताई है। उन्होंने रविवार को केंद्र से राज्य की क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए कदम उठाने की अपील की। एक अधिकारी यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सिंह ने केंद्र सरकार से कुकी-जो समूहों की ओर से उठाई गई अलग प्रशासन की मांग के आगे न झुकने का भी आग्रह किया। सीएम ने कई विधायकों और विधानसभा अध्यक्ष के साथ राजभवन में राज्यपाल से मुलाकात की और बैठक की। उन्होंने ये अपील राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य को सौंपे ज्ञापन में की।