पंजाब

पंजाब में कल से डॉक्टर प्राकृतिक कालरात्रि हड़ताल पर, केवल प्राकृतिक व्यवसाय ही उपलब्ध

एसीपी और सुरक्षा के संबंध में लंबे समय से आमिर खान को पूरा करने में नाकाम रहने की अपील ने पंजाब सरकार के खिलाफ कमर कस ली है। पंजाब के सरकारी निगम में स्वास्थ्य समुद्र तट चरमरा सकते हैं। लोगों को इलाज के लिए भटकाना पड़ सकता है क्योंकि पंजाब सिविल मेडिकल एसोसिएशन के गोवा में वकीलों ने कल से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है। पंजाब सिविल मेडिकल एसोसिएशन की रविवार को हुई जनरल बॉडी की बैठक के बाद यह फैसला लिया गया। एसोसिएशन के प्रधान अखिल सरीन के अनुसार सोमवार से हर दिन सुबह 8.00 बजे से रात 11.00 बजे तक पहले चरण में फ़्लोरिडा टूरिस्ट बंदा का निवास का निर्णय लिया गया है। इसके अलावा सिज़ेरियन और स्ट्रक्चरल सेवाओं को पहले से ही योजना संचालन से ठीक नहीं किया जाएगा।

तीन चरणों में संघर्ष होगा

संगठन की ओर से तीन चरणों में अपनी सहमति को लेकर यह प्रदर्शन किया गया। पहला चरण 9 सितंबर से शुरू होकर 11 सितंबर तक चलेगा। 9 से 11 सितंबर तक चलने वाला चरण 1 के दौरान पहले विश्राम समय (सुबह 8 बजे से 11 बजे तक) के लिए समुद्री सेवा का निलंबन, वैकल्पिक ओटीआई (सीजेरियन सैक्शन और जीवन रक्षक सर्जरी को खत्म करना) और आपातकालीन के अलावा अन्य किसी भी तरह की ट्रॉमा सेवाओं की अदायगी नहीं की जाएगी। 12 से 15 सितंबर तक दूसरे चरण की ओ.पी.डी. सेवाओं को पूरी तरह से बंद करना, वैकल्पिक ओटी (सीज़ेरियन सैक्शन और जीवन रक्षक सर्जरी को ठीक करना) और आपातकालीन के अलावा अन्य किसी भी ट्रॉमा सेवाओं को बिल्कुल भी प्रदान नहीं किया गया है। 16 सितम्बर के बाद तीसरे चरण के दौरान समुद्र तटीय तूफान जारी किया गया और यदि ए.सी.पी. कोई प्राप्त अधिसूचना नहीं है, तो एसोसिएशन आंदोलन के दूसरे सप्ताह के दौरान मैडिकोलीगल की प्रतिष्ठा पर भी विचार किया जा सकता है।

परमाणु ऊर्जा आयोग की सभी समिति की बैठक

11 सितंबर को एसोसिएशन की कैबिनेट की सभी कमेटी की बैठक भी हुई, जिसमें उनके सभी मतभेदों पर विचार किया जाएगा। हॉस्पिटल में डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ की सुरक्षा और नियमित रूप से वेतन पैकेज के ऑर्डर जारी करने को लेकर यह आंदोलन कर रही है। एसोसिएशन के प्रधान अखिल सरीन ने कहा कि जब तक उनके समय पर वेतन पैकेज की अधिसूचना जारी नहीं हुई, तब तक वह अपनी हड़ताल पर वापस नहीं आए। अब कैथोलिक सब कमेटी ने 11 सितंबर को अपनी बैठक में इस पर फैसला लिया है। वित्त मंत्री हरपाल चीमा की इस बैठक में सभी मंत्रियों पर विचार किया गया।

समितियाँ संगीत बनाने के आदेश पर भी नहीं माने डॉक्टर्स

पंजाब सरकार ने हड़ताल पर रोक लगाने का प्रयास करते हुए शनिवार देर शाम एक पत्र जारी किया, लेकिन डॉक्टर्स तैयार नहीं हुए। डॉक्टर्स की सुरक्षा को लेकर कमिटीयां स्टाफ़ करने के आदेश दिए गए हैं। पंजाब के स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी पत्र के अनुसार समितियां डीसी के अधीन होंगी। जारी पत्र के अनुसार सुरक्षा को लेकर समिति और ऐतिहासिक घटनाओं को रोकने के लिए समिति की जाएगी। पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री ने पंजाब के सभी सिविल सर्जनों को डीसी के अधीन कमेटी बनाने के लिए कहा है, जिसका नाम आमोवा हेल्थ बोर्ड होगा। बोर्ड के निदेशक और आयुक्त होंगे। जिसमें पुलिस कमिश्नर या फार्मासिस्ट, सिविल सर्जन, मेडिकल सुपरिंटेंडेंट, मेडिकल सुपरिंटेंडेंट, पंजाब मेडिकल एसोसिएशन और समाज सेवी के अलावा कानूनी सलाहकार और माही शामिल होंगे।

रिपोर्ट: मोनी देवी

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