मैहर शांति समिति की बैठक, गणेश चतुर्थी से दीपावली तक सुरक्षा और शांति के सख्त निर्देश, आगामी त्योहारों के दौरान व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए मैहर में शांति समिति की बैठक आयोजित की गई
सतना. मैहर जिले में आगामी त्यौहारों और आयोजनों को लेकर शांति एवं सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए मैहर डिपो कार्यालय के सभाकक्ष में महारानी रानी बाटड की राजधानी में शांति समिति की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में जिलों की तीर्थयात्राओं से सभी धर्मगुरु, स्मारक, और आदिवासियों के अधिकारी उपस्थित रहे। कलेक्टर ने त्योहारों के दौरान शांति और सुरक्षा बनाए रखने के निर्देश दिए। इस दौरान महत्वपूर्ण उत्सवों के आयोजन की आदर्श तैयारी और सुरक्षा संबंधी कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
प्रमुख त्यौहारों की सूची
बैठक में कलेक्टर रानी बतड ने पिछले साल की तरह इस साल भी 7 सितंबर से 31 अक्टूबर 2024 तक पारंपरिक रूप से मनाए जाने वाले त्योहारों जैसे गणेश चतुर्थी, डोल ग्यारस, ईद मिलाद-उन-नबी, कृष्णा जयंती, अनंत चतुर्दशी, पर्युषण पर्व, गांधी जयंती, पितृमोक्ष इंद्रधनुष, दशहरा, और दीपावली की सुरक्षा व्यवस्था पर चर्चा की। सभी प्रतिभागियों से यह सुनिश्चित करने को कहा गया कि इन त्योहारों में भारी भीड़ न हो, समग्र गणेश उत्सव के आयोजनों में।
ईद मिलाद-उन-नबी के जुलूस की तारीख 16 सितंबर 2024 तय की गई, जिसमें जुलूस सुबह 11 बजे जामा मस्जिद से शुरू हुआ, जो विभिन्न प्रमुख स्थलों से होता हुआ शाम 6 बजे ईदगाह मैदान में समाप्त होगा। इसके अलावा अमरपाटन तहसील में भी ईद मिलाद-उन-नबी का जुलूस निकलेगा, जो सुबह 8 बजे से 10 बजे तक बाइक रैली के रूप में निकलेगा और दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक निकलेगा।
मूर्ति विसर्जन एवं सुरक्षा उपाय
बैठक में मूर्ति विसर्जन को लेकर विशेष निर्देश दिये गये। मैहर के चार प्रमुख विसर्जन स्थल-बिहारी बाग तमस नदी, सोनवारी, देवीजी बांध और घुसडू नदी-चिन्हिते गए हैं। इन स्थानों पर विशेष रूप से कुंड बनायें ताकि विसर्जन की प्रक्रिया सुरक्षित रूप से हो सके। इसके अलावा, मूर्तिकार ने कहा कि विसर्जन के दौरान ज्यादातर 6 लोगों के समूह को ही मूर्ति ले जाने की अनुमति होगी। इससे अधिक लोगों के समूह के लिए प्रशिक्षकों को अनुविभागीय अधिकारी से अनुमोदन प्राप्त करना होगा।
सुरक्षा के मद्देनजर, सभी तीर्थयात्रियों और मेडिकल स्टाफ के साथ एम्बुलेंस की जाएगी। इसके अलावा, विसर्जन के लिए अन्य तालाबों जैसे गर्बाधा तालाब, बाबा तालाब और कटिया तालाब में भी विसर्जन प्रतिबंधित है।
विधि-व्यवस्था और लाउडस्पीकर की कीमतें
सभी त्योहारों में लॉडस्पीकर के उपयोग के संबंध में सुप्रीम कोर्ट के चर्चों का पालन अनिवार्य होगा। आयोजकों को यह भी निर्देश दिया गया है कि वे गणेश उत्सव के दौरान मिट्टी की सजावट का उपयोग करें और प्रकाश व्यवस्था को सुरक्षित तरीके से संचालित करें। इसके साथ ही, जुलूस और चल समारोहों में हथियार ले जाने और सिक्कों पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा।
पुलिस बल विद्युत एवं आपूर्ति की व्यवस्था
मैहर जिले की सीमा पर पुलिस बल तैनात किया गया है ताकि बाहरी लोगों के प्रवेश को नियंत्रित किया जा सके और किसी भी गतिविधि को बचाया जा सके। इसी प्रकार, विसर्जन स्थानों पर भी पुलिस बल की मिकराकी की जाएगी। साथ ही, सभी प्रमुख पंजीकृत विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था को बनाए रखने के निर्देश नीचे दिए गए हैं।
डॉक्टर की अपील और शुभकामनाएं
कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट रानी बाटड ने बैठक के अंत में सभी नागरिकों से अपील की कि वे त्योहारों को सांप्रदायिक भाईचारे और मित्र राष्ट्रों में शामिल करें और प्रशासन द्वारा जारी किए गए सभी का पालन करें। इसके बाद उन्होंने सभी उपस्थित लोगों को आने वाले त्योहारों की शुभकामनाएं दीं।
टैग: ताज़ा हिंदी खबरें, लोकल18, एमपी समाचार, सतना समाचार
पहले प्रकाशित : 10 सितंबर, 2024, 10:33 IST