एनआईए कंपनी हैंड ग्रेनेड हमलों की जांच, हमलावरों की हुई पहचान
चंडीगढ़ के सैक्टर-10 कोठी में हैंड ग्रेनेड हमलों की जांच अब नेशनल इनवेस्टिगेशन एजेंसी द्वारा की जा रही है। चंडीगढ़ पुलिस और एन.आई.ए. के बीच देर रात बैठक के बाद केश की मूर्ति कर दी गई। विश्व में दोनों की पहचान शामिल है। अमृतसर के गांव पसिया में रहने वाले रोहन मसीहा ने ही कोठी में हैंड ग्रेनेड फांका था। दूसरा अप्राकृतिक राबिन का दोस्त है। पुलिस अधीक्षक द्वारा जारी फोटो के माध्यम से जारी किया गया है। वहीं, पुलिस ने ऑटो पार्ट्स पार्ट्स को डिजायन में ले रखा है। पुलिस ने बताया कि ऑटो ड्राइवर ज्यादातर सैक्टर-43 बस स्टैंड पर और कहां सोता है।
हैंड ग्रैन्डा का आज़मीन बरामद किया गया
पुलिस को ग्रेनेडा का आश्रम मिल गया है। सुबह से ही पुलिस की रिपोर्ट घटना स्थल पर सामान्य कर रही थी। पुलिस अधिकारियों का कहना था कि रात को अँधेरा हो गया था। ऐसे में तथ्य सुपरमार्केट में समय लग रहा था। फिर सी.एफ.एस.एल. से लेकर अन्य अभिलेख टेम्पलेट। पुलिस का कहना है कि बरामद शोरूम को भी जांच के लिए भेजा गया है। इस हॉस्टल से ही पता चला कि ग्रेनेडा का निर्माण कहाँ किया गया था।
ऑटो से जम्पकर दूसरे में बंधा हुआ भाई
दोनों बुधवार को सैक्टर-43 बस स्टैंड पर लगे सी.सी.टी.वी. नीचे दिए गए कैमरे दिखाई देंगे। यहां से सैक्टर-10 के लिए ऑटो हैयरिंग। ऑटो वाला सैक्टर-43 बस स्टैंड से अटावा चौक, किसान भवन होते हुए क्रिकेट स्टेडियम चौक। यहां मटका चौक से पुलिस हेडक्वॉर्टर के पीछे होटल माउन्टव्यू के सामने सैक्टर-10 की कोठी नंबर 575 के पास ले जाया गया था। अनोखे के बाद दोनों युवा ऑटो से होटल माउंट व्यू से पुलिस हेडक्वॉर्टर से मटका चौक वापस लौटे। यहां से सैक्टर-17 पीस रोड पर ऑटो सैक्टर-17/18 डिवाइडर लाइट के पास दोनों ऑटो से कूद गए और ऑटो में 500 रुपए फूंक दिए गए। वहां से दूसरा ऑटो हायर कर कारोबार हो गया।
बब्बर कालसा इंटरनेशनल के हैप्पी पसिया ने ली हमलों की जिम्मेदारी
सेक्टर-10 की कोठी नंबर 575 में हैंड ग्रेनेड हमलों की जिम्मेदारी बब्बर कालसा इंटरनेशनल की हैप्पी पसिया ने ली है। हैप्पी पासिया ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डाला, वाहेगुरु जी का कालसा वेहेगुरु जी की शहादत, नकोदर विच 1986 दे वेले शहीद कीते सिंघां नूं याद कर दिया आज सैक्टर 10 कोथ नं 575 डी ब्लेक विच ग्रेनेडा हमला करके एस.पी. गुरकीरत चहल नू उसदे गनमैन दे नाल ही उड़ के उसदी बंदी की सजा दी गई, बब्बर कालसा इंटरनैशनल। इसके बाद साका नकोदर 1986 दे सिख शहीद राइटर चार फोटो हैं, बाकी का नाम भी लिखा है। पुलिस जांच में सामने आया कि हैप्पी पसिया के अपराधी हरविंदर सिंह रिंदा का दोस्त है और वह डकैती कर रहा है। हैप्पी पाशिया ने एवेअर, 2023 में डेमो एस.पी. गुरकीरत चहल को गोली मारने के लिए पंजाब पुलिस के निलंबित कांस्टेबल विक्रमजीत सिंह को 15 लाख रुपये दिए गए थे।