एसजीपीसी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के समर्थन में बोले ‘पगड़ी देख जंगल को आग लग जाती है’; 1984 के किले पर घेरा
नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के अमेरिका दौरे के दौरान भारत में सिखों की सुरक्षा के लिए दिए गए बयान में शिरोमणी मेमोरियल वेव के पूर्व राष्ट्रपति और अकाली सुधार लहर के नेता बीबी जागीर कौर ने समर्थन किया है। बीबी जागीर कौर ने कहा कि राहुल गांधी के मुंह से सच निकला है। इस समय भारत, विशेष रूप से पंजाब में सिखाया ही नहीं, बल्कि अल्पसंख्यक अल्पसंख्यक हैं। यहाँ पर सिखों की पगड़ी देखने से लेकर आश्रम और आश्रम तक आग लग जाती है। उन्होंने कहा कि अगर सिख या पंजाबी नहीं होती तो दिल्ली तक पाकिस्तान का राज होता। बीबी जागीर कौर ने कहा कि राहुल गांधी नेता विरोधी हैं तो उनके फर्ज बने हैं कि वे 1984 में हुए सिखों के लिए एकजुट हुए थे, उन्होंने केंद्र सरकार पर सामूहिक रूप से सिखों के खिलाफ मोर्चा खोलने की घोषणा की थी।
राहुल गाँधी और पॅन स्टॉक में नहीं: रवनीत सिंह बिट्टू
इससे पहले केंद्रीय रेल राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने राहुल गांधी पर तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा था कि राहुल गांधी का भारत में मन नहीं लगता। उनकी कई ड्रॉइयाँ हैं, क्योंकि उनकी बेटियाँ विदेशी हैं इसलिए ही वह विदेशियों के साथ ऐसी बातें करती हैं। इस बार तो उन्होंने आग में घी का काम किया। जहां पर रहस्योद्घाटन किया जाता है, जहां पी निवेशक जैसे देशों को तोड़ने की बात करते हैं, वहां व्यापारी जो बात करते हैं राहुल करते हैं, यहां क्यों नहीं करते। उन्होंने चुनौती दी कि वह ऐसा कोई दिखावटी इंसान है, जिसे भारत में पगड़ी के नमूने, नमूने या गुरु साहिब जाने की इजाजत नहीं है। राहुल के मुताबिक अगर ऐसा है तो सवाल करें कि ऐसा करने से कौन है, ये तो बताएं। राहुल गांधी और गुरुपतवन्त सिंह पब्जी में कोई फ़र्क नहीं है।
राहुल के पिता के बयान से ही भड़के थे 1984 का दंगा: एसजीपीसी
वहीं, शिरोमणि एंटरप्राइजेज मैनेजर कमेटी (एसजीपीसी) के प्रवक्ता गुरचरण सिंह ग्रेवाल ने भी राहुल के बयान पर सहमति जताई थी। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रतिपक्ष को नीचा दिखाने के लिए खुद को सिखाने का असली दुख दिखाने का प्रयास कर रहे हैं। सच तो यह है कि राहुल के पिता और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने ही कहा था कि जब बड़ा वृक्ष गिरता है तो धरती हिलती है। उन्होंने इसी तरह का बयान 1984 में सिखों के खिलाफ़ दंगल में दिया था। राहुल के बयान से ऐसा लगता है कि वह सिखों से हमदर्दी नहीं जता रहे, बल्कि उनका मजाक उड़ा रहे हैं। ग्रेवाल ने कहा कि कांग्रेस और भाजपा दोनों ही फूट डालो और राज करो की नीति के तहत सिखों का विभाजन करने में लगे हुए हैं।