ना आइस्क्रीम खा साईट, ना ही बाइक चाल साईट; अमित शाह ने राहुल गांधी पर कटाक्ष क्यों किया?
अमित शाह पिछले महीने जम्मू-कश्मीर में राहुल गांधी की यात्रा का एक वीडियो का जिक्र कर रहे थे, जिसमें गांधीजी के लाल चौक पर रेस्तरां के बाद एक स्टेनलेस स्टील का रोल दिखाई दे रहा था। इससे पहले अपने भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान राहुल गांधी की बाइक से यात्रा करते देखे गए थे।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को कहा था कि जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ को फिर से मजबूत करने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन केंद्र प्रदेश में इसे इतना नीचे गिरा दिया गया है कि यह कभी भी बाहर नहीं आ पाएगा। इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी की जम्मू-कश्मीर की यात्रा पर कटाक्ष भी किया और कहा कि वहां के नामांकन के नेता पैदल जा रहे हैं और बाइक चला रहे हैं, क्योंकि राज्य सरकार ने इस क्षेत्र को सुरक्षित बना दिया है।
जम्मू-कश्मीर के रामबन में एक रैली को लेकर अमित शाह ने कहा, “हमने कश्मीर को सुरक्षित बना दिया है। आज राहुल बाबा कश्मीर में बाइक चला रहे हैं और लाल चौक पर दोस्ती का आनंद लेते हुए मोदी जी को बधाई दी।” राहुल बाबा, आप मोदी जी को गलिया दे रहे हैं, लेकिन आपकी सरकार में ऐसा संभव नहीं था। शाह ने कहा कि अगर आपकी सरकार रहती है तो आप ना तो दोस्त खा सकते हैं और ना ही बाइक चला सकते हैं।
शाह पिछले महीने जम्मू-कश्मीर में राहुल गांधी की यात्रा का एक वीडियो का ज़िक्र कर रहे थे, जिसमें कांग्रेस के अल्पसंख्यक मंत्री के लाल चौक पर डिनर के बाद एक नारियल के पेड़ से बाहर की ओर घूमते हुए दिखाई दे रहे थे। इससे पहले अपने भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान राहुल गांधी की बाइक से यात्रा करते देखे गए थे।
शाह ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे से भी कटाक्ष करते हुए कहा कि पूर्व गृह मंत्री अब कांग्रेस के लाल चौक पर बिना किसी अमित डर के हमला कर सकते हैं। अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर के रामबन में एक रैली में कहा, “कांग्रेस सरकार के दौरान गृह मंत्री रहे सुशील कुमार शिंदे ने अभी भी बयान दिया है कि उस समय उन्हें लाल चौक आने का डर लग रहा था। शिंदे साहब, अब अपने बच्चों के हैं।” साथ में लाल चौक में स्ट्रोक्स। कोई भी आपको नुकसान पहुंचा सकता है।
शाह ने किश्तवाड़ की दूसरी सभा में दावा किया कि राष्ट्रीय सम्मेलन और कांग्रेस का गठबंधन जम्मू-कश्मीर में सरकार नहीं बनेगा। शाह ने पदेर-नागसेनी विधानसभा क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दावेदार एवं पूर्व मंत्री सुनील शर्मा के समर्थन में एक पहलवान रैली को संबोधित करते हुए कहा, ”आज मेरा इस क्षेत्र के लोग 1990 में रूआ के सिर उठाने के बाद बने बलिदान का इतिहास चल रहा है, और पूरे जम्मू-कश्मीर की जनता का वादा है कि हम तीर्थयात्रियों को इस यात्रा पर ले जाएंगे कि वह कभी भी बाहर न आएं।”
उन्होंने कहा कि 1990 के दशक की तरह की कोशिशों को फिर से मजबूत करने की कोशिशें हो रही हैं। गृह मंत्री ने अभिलेखों से संबंधित घटनाओं में सभी लोगों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने विशेष रूप से भाजपा नेता अनिल परिहार और अजित परिहार एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अध्यक्ष चंद्रकांत शर्मा का उल्लेख किया। उन्होंने कहा, ”राष्ट्रीय सम्मेलन और कांग्रेस ने अपनी सरकार बनने के बाद जेलों से लेकर मछुआरों को रिहा करने जैसे वादे किये हैं।” मैं मां (मछियाल माता) के मंदिर के सामने आकर कह रहा हूं कि यह मोदी की सरकार है और किसी भी भारत की धरती पर साहस का साहस नहीं है।”
शाह ने कहा कि भाजपा सरकार ने ग्राम रक्षा प्रहरियों और विशेष पुलिस अधिकारियों को आधुनिक हथियार उपलब्ध कराए हैं। गृह मंत्री ने कहा, ”सुरक्षा जाल ऐसा अधूरा रखा जा रहा है कि कोई भी व्यक्ति (आतंक) जो कहीं से भी यहां आना चाहता है, उसे इन ढालों में हमारी सेना और पुलिस के हाथों में मौत का सामना करना पड़ रहा है।” इससे पहले शाह छह और सात सितंबर को जम्मू के दो दिवसीय दौरे पर आए थे। जम्मू-कश्मीर के पदेर-नागसेनी सहित 24 क्षेत्रीय क्षेत्रों में सोमवार को अंतिम दिन को बढ़ावा दिया जाता है। यहां 18 सितंबर को पहले चरण में मतदान होगा। (भाषा इंजीनियरिंग के साथ)