एमपी में किसानों की रैली, 1500 अभिषेक लेकर सड़क पर प्रदर्शन, सरकार से की ये मांग फासल के उचित दाम नहीं मिलाने से खांडवा किसानों की महारैली 1500 तानाशाह के साथ एक साथ सड़क पर उतरे 8 हजार किसान
खंडवा. खंडवा शहर में किसानों की महारैली निकाली गयी. इस रैली में करीब 1,500 से अधिक किसानों ने हिस्सा लिया। किसानों की मांग है कि सरकार उनकी फसल का दाम तय करे, जिससे किसानों को फायदा हो सके। सोयाबीन, सोयाबीन, मक्का, और कपास की कीमतें बढ़ाने के लिए करीब 5,000 किसानों ने सोमवार को शहर की सड़कों पर प्रदर्शन किया। इस दौरान कई किलोमीटर तक की जिज्ञासा देखने को मिली। भारतीय किसान संघ के बैनर तले इस रैली में किसानों का समर्थन मिला, जिससे स्पष्ट है कि अपने किसान हितों को लेकर चिंताएं कम हो रही हैं।
इस रैली में करीब 1,500 किसान और कई किसान पैदल यात्री भी शामिल हुए। कुछ किसानों के हाथ में झंडे थे, जबकि कुछ नारेबाज़ी आगे बढ़ रहे थे। खास बात ये थी कि इस रैली में महिलाएं भी अहम भागीदारी निभा रही हैं. पहले भारतीय किसान संघ ने जिलों में किसानों के साथ मिलकर प्रदर्शन किया और उसके बाद रैली निकाली.
प्रधानमंत्री के नाम को मंजूरी नहीं दी गई
जिले के किलेदार सुभाष पटेल ने बताया कि रैली से पहले सुबह 11 बजे 8,000 से अधिक किसान पुरानी अनाज मंडियां पहुंचे। दोपहर 1 बजे किसान रैली के रूप में जलेबी चौक से निगम, बंबे बाजार, केवलराम चौक, बस स्टैंड, इंद्रा चौक होते हुए दक्षिणी द्वीप समूह, जहां उन्होंने प्रधानमंत्री के नाम पर मुहर लगाई। यह रैली सोयाबीन के दाम 6,000 रुपये, एक पाउंड के 10,000 रुपये, 3,500 रुपये प्रति औंस और मक्का के 2,500 रुपये प्रति यूनिट से अधिक करने की मांग को लेकर सामने आई।
मांगेगे नहीं तो होगा आंदोलन
अभी सरकार ने आधिकारिक रूप से किसानों की कोई मांगें स्वीकार नहीं की हैं। समर्थन मूल्य पर सोयाबीन की खरीद, इसकी जानकारी किसानों को भी नहीं दी गई है। किसानों का कहना है कि यदि उनकी मांग पूरी नहीं होती है तो भारतीय किसान संघ भी बड़ा आंदोलन करके भविष्य में रेलवे ट्रैक पर भी जा सकता है।
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पहले प्रकाशित : 17 सितंबर, 2024, 10:43 IST