मध्यप्रदेश

मटर की खेती का यही सबसे अच्छा समय, 60 दिन में सफल होगी तैयारी, किसान जानें उन्नत प्रयास, विधि

खरगोन. मध्य प्रदेश के किसानों के लिए सितंबर का अंतिम सप्ताह मटेरियल एजेन्सी की समीक्षा का समय है। कृषि के, खरगोन समेत जिन इलाकों में सोयाबीन, मूंग, उड़द और मक्का की फसलें उगाई जाती हैं, वहां किसान मटर की उन्नत खेती की संभावनाएं कर सकते हैं और बेहतर कमाई कर सकते हैं।

खरगोन के वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉ. जीएस कुलमी ने लोकल 18 को बताया कि अगेती अगेती में आर्किल, जवाहर मटर-3, पंत मटर-2, पीएसएम-5, काशीनंदिनी और काशी अगेती प्रमुख हैं। ये बूटी 60 से 65 दिन में तुड़ाई के लिए तैयार हो जाती है। बेकारी सितंबर के अंतिम सप्ताह से अक्टूबर के पहले सप्ताह तक करनी चाहिए। अक्टूबर के दूसरे सप्ताह में मध्य और देर रात के रेस्तरां वाली वास्तुकला की नींव रखें।

बीज दर और उपचार
मध्य और जल्दी से जल्दी तैयार होने वाले प्लास्टर वाले प्लास्टर के लिए बीज दर 100 से 120 इंच प्रति हेक्टेयर होनी चाहिए। बीज को पहले क्रैकनॉक कार्बेन्डाजिम + मैनकोजेब 2 ग्राम प्रति किलो बीज दर से उपचारित करना चाहिए, उसके बाद राइजोबियम कल्चर से 10 ग्राम प्रति किलो बीज दर से उपचार करना चाहिए।

गुणवत्ता और खाद की मात्रा
अंतिम बखरनी के समय प्रति हेक्टेयर 15-20 टन साडी गोबर की खाद सामग्री। साथ ही 40 रिजल्‍ट म्‍यूरेट ऑफ पोटाश, 375 रिजल्‍ट सिंगल सुपर फास्‍फेट और 50 रिजल्‍ट म्‍यूरेट ऑफ पोटाश का उपयोग करें।

गिरजाघर नियंत्रण
मटर की रिकॉर्डिंग के 1-2 दिन के अंदर पेंडामिथलीन 30 ईसी का 3.33 लीटर प्रति शेयर की गई ताकि स्केलों को नियंत्रित किया जा सके। डॉ. कुलमी के अनुसार, इस समय मटर की शूटिंग से किसान बेहतर निर्माण प्राप्त कर सकते हैं और फसल चक्र को सही ढंग से पूरा कर सकते हैं।

अन्य स्टोर की सलाह
इसके अलावा, फूलगोभी और पत्तागोभी के उपाय खेत में रोपने का समय भी यही है। पालक का नामांकन सितंबर से नवंबर तक होता है, जबकि गाजर का अगेती स्टॉक सितंबर के अंत में शुरू हो सकता है।

टैग: कृषि, लोकल18, एमपी समाचार

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