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नायशा बनीं ताइक्वांडो चैंपियन, जीते 27 मेडल दिल्ली-अमर उजाला हिंदी न्यूज़ लाइव

नायशा बनी ताइक्वांडो चैंपियन, जीते 27 पदक दिल्ली

माता-पिता के साथ नायशा
– फोटो : अमर उजाला

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जम्मू-कश्मीर के कठुआ में आठ साल की बच्ची को ‘स्मिथ व मर्डर’ के वसीयत ने दिल्ली की तीसरी कक्षा की एक बच्ची को झकझोर कर रख दिया था। ये बच्ची नायशा आज ताइक्वांडो चैंपियन है। नायशा ने पिछले सप्ताह सेंट्रल सेकेंडरी एजुकेशन बोर्ड (सीबीडीओ) की ओर से आयोजित सेंट्रल जोन गोल्ड मेडल-2024 पर कब्जा किया है। वह ताइक्वांडो में अब तक 22 गोल्ड, दो सिल्वर और तीन ब्रांज मेडल जीत चुकी हैं। नायशा का कहना है कि देश की हर बच्ची को सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग लेनी चाहिए।

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जम के कथुआ में 17 जनवरी 2018 को आठ साल की प्रेमिका की हत्या के बाद हत्या कर दी गई थी। वायरस से पहले नशीला पदार्थ दिया गया था। दिल दहला देने वाली ये दुनिया कई साल तक मीडिया की रिपब्लिक में बनी रही थी। दिल्ली के अलकंदा स्थित ग्रीन फील्ड स्कूल में जब नायशा तीसरी कक्षा (अब पांचवीं कक्षा) में पढ़ रही थी तो टीचर ने उसे बैड टच के बारे में बताया। नायशा की मां अंबिका शर्मा ने बताया कि नायशा को जम्मू कश्मीर की घटना के बारे में भी बताया गया था। इस पर माँ ने कहा कि उसे मेहनत की ज़रूरत है।

डोकलाम साइंटिफिक था ताइक्वांडो सेंटर

इस तरह के दरिंदों को सबक सिखाने के लिए नायशा हर मेहनत करने को तैयार हो गई। मां ने उसे कराटे सिखाया, मगर वह कालकाजी डीडीए फ्लैट्स के मिनी मार्केट से एक कोचिंग सेंटर में पहुंच गई। ये सेंटर जूडो-कराटे का नहीं, बल्कि ताइक्वांडो सिखाने का था। नायशा ने कोच से सवाल किया कि वह जूडो कराटे या ताइक्वांडो क्या सीखकर लोगों से ज्यादा लड़ सकती है। कोच ने ताइक्वांडो से ज्यादा ताकत लगाई, आने की बात कही तो बच्ची ने ताइक्वांडो सीखना शुरू कर दिया।

27 से सबसे बड़ा मेडल जीत

आयशा ने दो साल में अब तक 22 गोल्ड, दो सिल्वर और तीन ब्राउन जीते हैं। दिल्ली ताइक्वांडो स्पोर्ट्स क्लब में कोच मोहम्मद सलामुद्दीन के निर्देशन में ट्रेनिंग ले रही नायशा ने सिर्फ दो सालों में बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं। नायशा दो बार की राज्य पदक विजेता (2023/2024) रही हैं। उन्होंने 2023 में नेशनल सिल्वर मेडल जीता और हाल ही में 2024 में यूक्रेन सेंट्रल जोन गोल्ड मेडल पर कब्जा किया। उनकी नवीनतम उपलब्धि अंडर-14 गर्ल्स अंडर-26 वर्ग श्रेणी में स्वर्ण पदक जीतना जारी है। इस मासूल ने 9 से 14 सितंबर तक उत्तराखंड में होने वाली नेशनल चैंपियनशिप के लिए सुझाव दिए।

सभी लड़कियों को ट्रेनिंग लेनी चाहिए

नायशा ने अमर उजाला से बातचीत में बताया कि एक स्कूल टीचर ने खराब टच-गॉड टच के बारे में बताया। उन्होंने मैडम से बैड टच के बारे में पूछा तो वह परेशान हो गईं। इसके बाद ऐसे लोगों से एल घटकों की बात मन में आई। 10 साल पहले इस बच्ची का कहना है कि दिल्ली के किस देश की हर लड़की को सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग लेनी चाहिए। साथ ही जूडो कराटे सीखना चाहिए। नायशा का परिवार माध्यम वर्ग से जुड़ा हुआ है। पिता प्राइवेट नौकरी करते हैं। नायशा का कहना है कि नेशनल्स में अपना बेस्ट टाइटल के लिए तैयारी कर रही हूं।

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