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बदलापुर एनकाउंटर: बंदूक का ताला, हाथ में हथकड़ी… कैसे हो रही फेल?

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अक्षय कुमार की मौत की असली वजह पता के लीए सबसे खतरनाक चीज बताई गई हैअपूरणीय पुनर्निर्माण केस के मूल निवासी अक्षय कुमार शिंदे को लेकर पुलिस टीम ट्रांज़ शीट पर रिकार्ड इवेंट लेकर जा रही थीक्षय शान्त की मौत के बाद हथकड़ी से लेकर रवाल्वर लॉक जैसे कई सवाल उठ रहे हैं

मुंबई. महानियुक्त चुनाव से पहले अक्षय शांडे की डेथ की डेथ पर राजनीती की रंग बिरंगी प्लाट जा रही है। एक ओर जहां बदलापुर के लोग अक्षय शंदे की मौत पर बबाल की खुशी मनाई गई। वहीं महा प्रमाण पत्र में अक्षय अक्षय की मृत्यु को लेकर कई सवाल उठाए जा रहे हैं। हालांक ने जारी किया खुलासा, अक्षय कुमार की मौत की असली वजह का पता लगाने के लिए दिए गए अकाउंट का विवरण सोमवार को बदलावपुर रिज़र्व केस के बारे में सबसे बड़ी बात यह है कि इसे लेकर पुलिस टीम ट्रांज़िट और प्लाइमंड में लेकर इवेंट जनरल पर जा रही थी। नवीन शिंदे ने पुलस की बंदूक छीनकर पुलिस पर गोली चलाने की कोशिश की। इसके बाद पुलिस की जवाबी कार्रवाई में मालगोदाम को गोली मार दी गई। इस बीच एक मेडिसिन को भी गोली लगी. बुज़ुर्ग को अस्पताल ले जाया गया, जहाँ उसका दम तोड़ दिया गया था। अक्षय शिंदे की मौत के बाद हथकड़ी से लेकर रोलर लॉक जैसे सवाल उठ रहे हैं, और कई ज

असल में सोमवार को हुआ यूं कि पुलिस वैन में अंडकर अंबेडकर लेकर ही जा रही थी। रास्टे में प्राकृतिक अक्षय शंडे ने पुलस कर्मियों से पिस्टोल च्फिनकर डेटा की कोश प्लैश की। इसमें अक्षय शाइन्डे ने तीन फायरिंग भी की, जिसमें एक गोल वैन में बैठे पुल प्लेयर्स ब्लश मोरे को भी लगी। ब्लूश मोरे अभी भी क्लिनिक में भर्ती है और खतरे से बाहर है। वहीं वैन में दो अक्षय शंडे के साथ पीछे वैन में दो मेमोरियल प्लायस कर्मी भी मौजूद थे, लेकिन कुछ भी नहीं हुआ। जब अक्षय शिंदे ने फायरिंग की तो वैन में आगे बैठे पुलिस इंस्पेक्टर संजय शिंदे ने बाकी पुलिस कर्मियों की जान बचाने के लिए थ्री गोल राउंड फायरिंग की। जीसस में एक गोलाकार अक्षय शंडे के मुंह पर लगे और उसके यंत्र की ही मृत्यु हो गई। अब इस पूरे सपोर्ट को लेकर आगे सवाल उठ रहे हैं और फ़्राईस पुलस की थ्योरी फेल हो रही है।

अक्षय कुमार की मौत के बाद का सबसे बड़ा सवाल
पुलीस की पूरी कहानी तो आपने जान ली अब अक्षय शंदे की डेथल को लेकर जो सवाल उठ रहे हैं उसे भी एक बार देख लीजिए। सबसे पहला सवाल पुलासवालों के पास जो भी राइफल या बंदूक है वह लॉक है। उस लॉक को खोलना इतना आसान नहीं होता और थोड़ा वर्ट जरूर लगता है। जब वैन में पीछे अक्षय प्लाई शंदे के अलावा पुलस कर्मी मौजूद थे तो तीन तो कुछ फ़्राईज़ नहीं किए गए। फायरिंग से पहले अक्षय ग्रह को नहीं पकड़ा गया रॉकेट? वरिष्ठ वकील कोटा सरोदे ने भी पुलिस की कार्रवाई पर संदेह जताया है। सरोदे ने यह भी सवाल उठाया है कि पुलिस की बंदूकें आम तौर पर लॉक पर रहती हैं, तो क्या रसायन विज्ञान शिंदे ने पुलिस की बंदूकों पर बंदूकें रखी हैं, तो क्या वह बंदूक पुलिस की बंदूकों पर टिकी हैं?

अक्षय की मौत के बाद दूसरा सबसे बड़ा सवाल
वहीं अक्षय की मौत के बाद दूसरा सबसे बड़ा सवाल यह है कि अक्षय के हाथों में तो हथकड़ी होगी। अगर ऐसा था तो अक्षय अक्षय शंडे ने कैसे हथकड़ी वाले हाथों से पुल चित्रवाले से उसकी पिस्तौल छीनी। चलो एक बार को मन भी लिया जाए कि यह सब कुछ सच में हुआ था तो हथकड़ी वाले हाथों से कैसे बंदूक का ताला खोला और फिर फायरिंग की। इस बीच वैन में मौजूद अनमोल पुल ड्राइवर्स चालू कर रहे थे? यह प्रश्न शरद शरद गुट के नेता पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख ने भी उठाया है। निस्सहाय ने कहा कि पुलिस के आत्मरक्षा के इस तरीके पर विश्वास नहीं किया जा सकता। हथकड़ी वाला घरेलू पुलिस की दुकान कैसे छीनी जा सकती है?

आखि़र दस्तावेज़ है बदलापुर कांड?
14 अगस्त को बदलावपुर में एक बच्ची ने अपने मां-पिता से प्राइवेट पार्ट में दर्द की शिकायत की थी। बच्ची से पूछताछ में पता चला कि उसके स्कूल में काम करने वाले 23 साल के एक सफाई कर्मचारी ने उसका प्राइवेट पार्ट चुरा लिया था। इसके बाद, लड़की के माता-पिता ने अपनी बेटी के माता-पिता से संपर्क किया, तो उन्होंने भी बताया कि उनकी बेटी कुछ दिनों से स्कूल जाने से डर रही है।

इसके बाद दोनों दस्तावेजों को मेडिकल जांच के लिए डॉक्टर के पास ले जाया गया, जहां पता चला कि दोनों के साथ बदसलूकी हुई है। दोनों के माता-पिता ने इस संबंध में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। आरोप है कि पुलिस ने शिकायत दर्ज की है कि उन्हें कई बार बाहर तक ले जाया गया और घटना की जांच की जा रही है। आपके विरुद्ध अगली कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मामले में जिले की महिला एवं बाल कल्याण अधिकारी के हस्तक्षेप पर अगली सुबह पॉक्सो एक्ट के तहत नाबालिग के खिलाफ मामला दर्ज किया गया और उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

यह घटना पूरे महाराष्ट्र में लेकर आई है। फ़्लोरिडा के लोगों ने सड़क पर गैस के ख़िलाफ़ कार्रवाई की मांग की। इस घटना को लेकर राज्य में हिंसात्मक स्थिति भी देखने को मिली। इस पर नजर डालते हुए 72 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया. मामले की जांच के लिए फैक्ट्री का भी गठन किया गया।

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