उम्मीद जगी, अब बिहार का दूसरा एम्स दरभंगा में बनेगा।
दरभंगा:- लॉन्ग अरसे से एस्टोरिएस्ट एम्स को लेकर जो कि मंदिर चल रही थी, अब उन अनमोल कविताओं को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जापान के राजदूत ने समाप्त कर दिया है। बिहार के दूसरे एम्स स्टार्स बलिया के मौजे में शामिल होना तय है, ऐसा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जापान के मोती का कहना है। समकक्ष लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने एम्स निर्माण कंपनी को टेंडर भी दे दिया है। अब तारामंडल एम्स बनने की कंफर्म जानकारी मीटिंग के बाद तारामंडलवासियों में खुशी की लहर देखने को मिल रही है। यहां के लोगों में काफी उत्साह देखा जा रहा है. तारामंडल में एम्स बनने के बाद इस क्षेत्र का विकास काफी तेजी से होगा। यहां के लोगों को रोजगार सृजन का एक बेहतर अवसर तारामंडल एम्स बनने से मिलेगा।
इस कंपनी को टेंडर दिया गया
जिस दौरान एम्स की प्रस्तावित जमीन का निरीक्षण किया गया था और यहां से दिल्ली जाने के बाद यहां से दिल्ली जाने के बाद जापान के पुरातात्विक स्मारकों का ताजा बयान सामने आ रहा है, जिसमें केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की सरकारी कंपनी एनबीसीसी की अंगभूत इकाई एचएससीसी कंपनी को एम्स कंस्ट्रक्शन का टेंडर दिया गया है। यह टेंडर एचएससीसी कंपनी को 1261 करोड़ रुपये में दिया गया है।
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तीसरी किश्त में बनेगा बिहार का दूसरा एम्स
इसके साथ ही 36 महीने में एम्स निर्माण कार्य कंप्लीट कर इस कंपनी को सौंपना होगा। 187 एकड़ में बनने वाले इस एम्स में स्वा दो लाख स्क्वायर फीट का अस्पताल ही होगा। परमाणु हथियार निर्माण के बाद यहां उद्यम का भी विस्तार होगा और उत्तर बिहार के अलावा पड़ोसी देश नेपाल के लोगों के लिए भी यह जीवन रक्षक अस्पताल के रूप में साबित होगा। केंद्र सरकार ने मिथिलावासियों के लिए सबसे बड़ी स्वास्थ्य सेवाओं को शामिल करने के लिए यह अनूठी योजना बनाई है। अब उत्तर बिहार के लोगों को बेहतर इलाज के लिए पटना एम्स या फिर दिल्ली एम्स जाने की जरूरत नहीं है। उनका प्राकृतिक इलाज रासायन आमिर में भी हो सकता है।
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पहले प्रकाशित : 26 सितंबर, 2024, 11:10 IST