बिहार

बिहार के ये अपराधी साइबर बने फ्रॉड के शिकार तो लोगों से शेयर करें बचाव के खास टिप्स, बड़े काम का है आप भी जानें

पारा. टीला जिले के एसपी आशीष कुमार जब साइबर फ्रॉड का शिकार करने निकले तो उन्होंने लोगों को आकर्षित करने के लिए कई टिप्स दिए। उन्होंने दावा करते हुए कहा, पिछले कुछ दिनों से अधिकारियों या नेताओं के फर्जी फेसबुक प्रोफाइल और अन्य सोशल मीडिया हैंडल्स पर शेयरहोल्डिंग पैसा घोटाले का काम जोरों पर चल रहा है। फेसबुक पर फेक (नकली) आईडी आमतौर पर पहले नए दोस्त बनाते हैं और फिर ड्रग्स की मांग की जाती है। खास तौर पर महत्वपूर्ण लोगों के नाम इस तरह के होते हैं जालसाजी के नाम. पिछले दिनों का पता चला है मेरा नाम और फोटो का भी दुष्प्रयोग करते हुए फेसबुक पर शेयर किए गए फेसबुक पेज पर लोगों से पुराने फर्नीचर के नाम पर पैसे ले जा रहे हैं, इसी में बेहद सावधानी बरतने की जरूरत है।

ऐसे फ्रॉड से बचने के लिए आवश्यक सलाह: सभी अपने फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया अकाउंट में फ्रेंड लिस्ट, फोटो-वीडियो और बायो डेटा को निजी रखें। ऐसा करने से अनन्या आपकी व्यक्तिगत पहचान देख कर संपर्क-जुलती मित्रता नहीं बनाएगी। किसी भी नए मित्र का अनुरोध स्वीकार करने से पहले, नौकरी वाले की जानकारी अच्छी तरह से जांच लें। यदि किसी व्यक्ति का कोई नामांकित चेहरा है तो बहुत संभव है कि उसकी फोटो वीडियो पर कोई जालसाज़ प्रोफ़ाइल बनाकर अन्य शेयरों की कोशिश की जा रही हो।

एसपी कुमार आशीष ने आगे बताया, हमेशा ये याद रखें कि नामांकित व्यक्ति के पास इतना समय नहीं है कि वो नया प्रोफाइल बनाएं, अपने हजारों दोस्तों और फॉलोअर्स में से चुनकर आपको फ्रेंड रिक्वेस्ट लोकेशन, मोबाइल नंबर मांग कर अलग-अलग तरीकों से आपसे बात करें और इसमें किसी सीआरपीएफ/आर्मी के मित्र का ज़िक्र करके उसका पुराना फ़र्निचर अपनी सुविधा पर आपको आमंत्रित किया गया है। ये नकल भी अजीब होगी; फिर भी कई काबिल लोग बन ही जाते हैं. बार-बार ऐसे ही उदाहरण सामने आते हैं। पुन:, यदि गुणवत्ता नई बनी हुई है या उस पर अधिक सक्रियता नहीं है, तो संभवतः वह नकली है। अगर प्रोफाइल से मोबाइल नंबर या पर्सनल नंबर वाले मेसेज आ रहे हैं, तो निश्चित ही वह जमा करता है। डायरेक्ट उस व्यक्तिगत नाम से कॉल करके विभिन्न मेसेंजर्स से फोन आ सकते हैं। यह डाउनलोड का सबसे बड़ा प्रमाण है।

सबसे आसान उपाय है पैसे वाले को फोन से वीडियो कॉल करना। वीडियो कॉल से सच्चाई का पता चल जाएगा। वीडियो कॉल सबसे लोकप्रिय तरीका है जिससे सही या गलत की पहचान हो सकती है। वो समझ जाएगा कि ये व्यक्तिपरक और विचारशील है। पैसे का अनुरोध आदि आम तौर पर व्यक्तिगत रूप से सामूहिक या निर्देशक द्वारा किया जाता है। आप आवाज इत्यादि को भी पहचान सकते हैं। बिना पूरी तहकीकात के किसी को भी एक पैसा न दें। वीडियो कॉल व्यक्ति की सत्यता को जानने का सबसे अच्छा तरीका है। फोन नंबर पर मांगना, किसी प्रकार/चीज़ की खरीद-फरोख्त की बात करना या पैसे का रिक्वेस्ट आने का मतलब है कि कोई आपके भोलेपन का नाजायज लाभ समूह आपको फेसबुक, उधार लेना चाह रहा है। सावधानी ही बचाव है.

सारणी एसपी ने बताया कि- कोई भी नामांकित अधिकारी या व्यक्ति आपको फेसबुक या किसी अन्य माध्यम से किसी से कोई फोन नंबर नहीं मांगता है, कोई फर्नीचर समान या दिल की बात नहीं चाहता और ना ही किसी प्रकार से पिज्जा के लेन-डेन की इच्छा. बिना उनके आधिकारिक नंबर पर बात के या वीडियो कॉल के किसी पर विश्वास मत कीजिए। जागरूकता और सावधानी बहुत जरूरी है। हमारा विश्वास है, यह सलाह है कि आप अपने स्टाफ़ से सही समय पर सही निर्णय लें।

साथ ही अपील भी है कि मेरी पहचान या मित्र सूची के सदस्य लोग ऐसे किन्ही ने फर्जी प्रोफाइल/एकेंट्स में फर्जी मित्रों की सूची में भूलवश उपस्थिति कर ली है, वो सभी तत्काल ऐसे ब्रांडों को फेसबुक या संबंधित सोशल मीडिया एडमिन को रिपोर्ट, स्वयं अनफ्रेंड और कृपया और अन्य लोगों को भी छोड़ दें ताकि कोई इस समूह के शेयरों में ना डूबे। हमारी विशेष टीम इनपर कार्रवाई कर रही है, जल्द ही ऐसे सभी लोग रिजर्व के पीछे होंगे

टैग: साइबर अपराध समाचार, साइबर धोखाधड़ी

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