पश्चिम बंगाल में बिहारी बटालियन की बटालियन में सक्रिय नीतीश, मुख्य सचिव और रियासत को दिए गए निर्देश
पश्चिम बंगाल में बिहारियों से राज्य के मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुख्य सचिव और राज्य को तत्काल एक्शन मोड में आने को कहा है। इसके बाद दोनों अधिकारियों ने बंगाल में अपने समकक्षों से बात करके मामले की जानकारी ली।
पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सक्रिय हो गए। उन्होंने गुरुवार को मुख्य सचिव अमृत लाल मीनू और अलोक आलोक राज को इस मामले में सक्रिय कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने दोनों अधिकारियों को पश्चिम बंगाल में अपने समकक्ष से बात करके पूरी जानकारी लेने का निर्देश दिया। इसके बाद मुख्य सचिव और राज्य ने पश्चिम बंगाल के अपने-अपने समकक्षों से बात की। बता दें कि बिहार पुलिस मुख्यालय से संपर्क होने के बाद बंगाल की पुलिस भी सक्रिय हो गई और बिहारी बूथ पर कब्जा करने के लिए राजीव भट्टाचार्य को हिरासत में ले लिया गया।
असल में, यह घटना एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है, जिससे बिहार में इंस्पेक्टर घमासन खत्म हो गया है। पक्ष से लेकर नामांकन के नेताओं ने इस घटना की निंदा की। इस वीडियो में राजीव भट्टाचार्य सिलीगुड़ी में विक्रय परीक्षण में प्लास्टर किए गए से बदसालूकी पर नजर आ रही है। सिलीगुड़ी पुलिस ने उससे पूछताछ कर रही है। पूछताछ के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
गिरिराज ने ममता सरकार पर हमला बोला, गिरिराज ने भी फोन किया
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और चिराग पासवान ने इस घटना की निंदा करते हुए पश्चिम बंगाल की ममता सरकार पर जोरदार हमला बोला। गिरिराज ने कहा कि बंगाल में एक तरफ रोहिंग्या प्रिंसेस का स्वागत किया जा रहा है, जबकि दूसरी ओर बिहार से परीक्षा देने और पार्टिसिपेंट्स को पीटने जा रहा है। मंत्री सह सचिवालय के अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बार फिर बिहारियों का अपमान किया है। उनके राज्य में अब जांच भी हो चुकी है। इस घटना के खिलाफ पार्टी के अध्यक्ष प्रसाद यादव ने भी दुख की बात करते हुए ममता बनर्जी से फोन पर बात की और दोषी के खिलाफ कार्रवाई का आग्रह किया।
सिलीगुड़ी पुलिस द्वारा हिरासत में लिए गए आमिर राजीव भट्टाचार्य के नाम पर कट्टरवादी संगठन का सदस्य बताया जा रहा है। वायरल वीडियो में वह बिहार से परीक्षा देते हुए दो कमरों के दरवाजे पर नजरें गड़ाए हुए हैं। एमआरओ ने यह भी कहा कि वे बिहार से बंगाल में परीक्षा क्यों देने आये हैं। उसने बंगाल में दस्तावेजी फर्म के आधार पर स्थानीय लोगों के बागानों का आरोप लगाया।