पति-पत्नी की उम्र में कितने साल का गैप, रिलेशनशिप में एज को लेकर क्या कहता है मेडिकल साइंस?
क्रिकेट के ‘भगवान’ सचिन तेंदुलकर की पत्नी अंजलि तेंदुलकर उम्र में उनसे करीब पांच साल बड़ी हैं. बॉलीवुड स्टार शाहिद कपूर की पत्नी मीरा कपूर उनसे करीब 15 साल छोटी हैं. अभिनेत्री आलिया भट्ट अपने पति रणबीर कपूर से करीब 10 साल छोटी हैं. ये कुछ ऐसे उदाहरण हैं जो हमें सवाल पूछने पर मजबूर करते हैं कि आखिर एक आइडियल दंपति की उम्र में कितने साल का गैप होना चाहिए और इस बारे में मेडिकल साइंस क्या कहता है?
चलिए, साइंस पर बात करने से पहले हम कानूनी प्रावधानों पर कुछ विचार कर लेते हैं. अपने देश में लड़कियों की शादी की मिनिमम उम्र 18 साल तय है. वहीं लड़कों की शादी की उम्र 21 साल तय है. इससे कम उम्र में शादी को बाल विवाह की श्रेणी में रखा जाता है. खैर, सरकारी नियम के मुताबिक लड़कियां 18 साल और लड़के 21 साल में शादी के योग्य हो जाते हैं. इस तरह उनकी उम्र में तीन साल का गैप है.
लेकिन, इस कानूनी प्रावधान का बारीकी से विश्लेषण करें तो एक बात साफ हो जाती है कि लड़कियां, लड़कों की तुलना में शारीरिक और मानसिक तौर पर जल्दी बड़ी हो जाती हैं. इसी कारण उनकी शादी की उम्र लड़कों की तुलना में कम रखा गया है. दोनों की उम्र में तीन साल का गैप है. जहां तक हमारे देश में सामाजिक व्यवस्था की बात है तो यहां भी लड़कियों की अपेक्षाकृत कम उम्र में शादी करने की परंपरा रही है. आमतौर पर समाज में यह धारणा है कि लड़के से लड़की की उम्र कम होना चाहिए. इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं. इसमें एक अहम कारण सामाजिक है. लेकिन, इसका बायोलॉजिक कारण काफी मायने रखता है.
बायोलॉजिकल कारण
मेडिकल साइंस के मुताबिक लड़का और लड़की के शारीरिक विकास की प्रक्रिया बिल्कुल अलग है. लड़कियां 12 से 13 साल में किशोरी बनने लगती हैं. उनका पीरियड आना शुरू हो जाता है. उनका शारीरिक विकास एक किशोरी से युवती की तरफ होता है. आमतौर पर एक लड़की 16 से 17 साल की उम्र तक एक पूर्ण किशोरी बन जाती है. उस उम्र में उसका शारीरिक विकास करीब-करीब कंप्लीट हो चुका होता है. इस उम्र में एक युवती में फर्टिलिटी भी सबसे उच्च स्तर पर रहती है.
दूसरी तरफ लड़कों की बात करें तो उनका शारीरिक विकास लड़कियों की तुलना में कुछ साल देर से शुरू होता है. एक लड़का 15 से 16 साल की उम्र में किशोर बनता है. वह इस उम्र में बायोलॉजिकली मर्द बनने लगता है. 20-21 साल में वह एक कंप्लीट मर्द बनता है. ऐसे में संबंध बनाने की स्थिति में उसके इस उम्र में पिता बनने की संभावना सबसे अधिक होती है.
साइंस में उम्र गैप
जहां तक मेडिकल साइंस की बात है तो इसमें शादी विवाह की उम्र को लेकर कोई बात नहीं कही गई है. हालांकि, मेडिकल साइंस में जरूर रिलेशनशिप की उम्र की बात है. साइंस में संबंध बनाने की उचित उम्र की बात करता है. वैसे बायोलॉजिकी एक लड़की पीरियड शुरू होने और एक लड़का स्पर्म रिलीज करने की क्षमता हासिल करने के साथ रिलेशन बनाने में सक्षम हो जाते हैं. लेकिन, दोनों की सेहत और कंप्लीट शारीरिक विकास को ध्यान में रखते हुए 18 और 21 साल की उम्र तय की गई है.
ऐसे में सामाजिक और बायोलॉजिक स्थितियों को देखते हुए ऐसा माना जाता है कि लड़की और लड़के की उम्र में 3 से 5 साल का गैप होना चाहिए. लेकिन, यह कोई पत्थर की लकीर नहीं है. देश में हर उम्र के कपल और कई बार तो लड़की के उम्रदराज होने के मामले खूब देखे जाते हैं. बावजूद इसके उनकी शादी काफी सफल और सुखद देखी जाती है.
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पहले प्रकाशित : 27 सितंबर, 2024, 10:18 अपराह्न IST