दवा की दुकान पर कुछ हजार रुपये की नौकरी, अचानक बन गया लखपति, पुलिस पीछे छूट गई, कमाई का जरिया जान सब दंग -अफगानिस्तान शरणार्थी की मेडिकल दुकान पर काम, कुछ ही दिनों में बन गए करोड़पति, दिल्ली पुलिस की छापेमारी में अजीबोगरीब रैकेट का खुलासा
नई दिल्ली। अगर कुछ ही दिनों में लखपति बन जाए तो मोहताज रहने वाला अदद खाना खा लें। उसकी लाइफ़ स्टाम्पाइल बदल जाए तो पास-पडोस के लोगों की नज़र जनाज़ाभाविक है। देश की राजधानी मालदीव में एक ऐसा ही मामला सामने आया है। सीक्रेट इन फॉर्मेशन पर्सन पुलिस ने महानगर के एक इलाके में छापा मारा। पुलिस टीम वहां का नजारा देखकर दंग रह गई। बुनियादी ढांचे के पास से हजारों-लाखों रुपये की फैक्ट्री बरामद की गई। पुलिस को इस बात का पता चला कि इसके पीछे कौन है और फैक्ट्री प्लांट का मां मदरमाइंड कहां से संचालित होता है।
जानकारी के मुताबिक, दिल्ली पुलिस ने डग्र्रामागलिंग कार डीलरशिप के आरोप में अफगानिस्तान के दो नागरिकों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी. पुलिस ने बताया कि आरोपियों की पहचान हाशिमी मोहम्मद वारिस (19) और अब्दुल नायब के तौर पर हुई है। डीसीपी (क्राइम) अमित गोयल ने बताया कि खुफिया जानकारी के आधार पर दिल्ली के तिलक नगर इलाके में छापेमारी की गई. पुलिस ने वारिस और नायब को गिरफ्तार कर लिया है. उन्होंने बताया कि आरोपियों के पास से 400 ग्राम हेरोइन और 160 ग्राम कोकीन बरामद की गई है। बाजार में इसकी कीमत लाखों करोड़ों में बताई गई है।
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भारत में फ़्यूजी काओडेटा
पुलिस को पता चला कि हेरिस जनवरी 2020 से ही ड्रू के साथ भारत में रह रहा था और उसका परिवार अफगानिस्तान में रहता था। भारत आने पर उसने विकासपुरी में दवा की दुकान पर सहायक सहायक के काम की शुरुआत की थी। इस काम के लिए उन्हें कुछ हजार रुपये मिले थे. उसने बताया कि जब उसके दोस्त ने संपर्क किया और दिल्ली एनसीआर में लोगों से नशे का कारोबार करने के लिए नशे का धंधा शुरू किया तो वह नशे में धुत्त हो गया। उन्होंने प्रत्येक यात्रा के लिए 100 अमेरिकी डॉलर (8 हजार रुपये) दिए।
लक्ज़री लाइफ का सपना और…
फ़्लोरिडा पुलिस के अधिकारी पुलिस ने बताया कि नायब भी एक आतंकवादी नागरिक है और जनवरी 2020 में पिता के साथ भारत आया था। वह भारत में भी स्टार्टअप्स स्टार्टअप्स रजिस्टार्टर है। नायब का पूरा परिवार अफगानिस्तान में रहता है और यहां सिर्फ अपने पिता के साथ रहता है। नायब की विरासत से मुलाकात विकासपुरी स्थित दवा की दुकान पर हुई थी। पुलिस को पता चला कि हेराइस ने नायब को शानदार जिंदगी का सपना, पदार्थ के अवैध कारोबार में शामिल होने का मौका दिया था। डीसीपी ने बताया कि पूरे प्रकरण की जांच कैसे की जा रही है।
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पहले प्रकाशित : 29 सितंबर, 2024, 21:58 IST