बिहार के साइंटिस्ट और पायलट के घर में भी गया पानी, नौनिहालों का स्टडी ऑप
व्युत्पत्ति: लगातार बारिश के कारण कोसी और कमला नदी में उफान के अवशेष जिले के पूर्वी क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। इस मधुमेह के कारण नौनिहालों की पढ़ाई पर भी गहरा असर पड़ता है।
नशीली दवाओं का प्रभाव
राजकीय मध्य विद्यालय रसियारी पूरी तरह से डूब गया है, जिससे छात्र-छात्राओं की पढ़ाई बाधित हो गई है। यह स्थिति शिक्षा के अधिकार को भी चुनौती देती है और बच्चों के भविष्य पर गंभीर प्रभाव डालती है।
महान लोगों की जन्मभूमि पर विपदा
ये दो महान लोगों की जन्मभूमि हैं डॉक्टर मानस बिहारी वर्मा, फ़ास्ट एरिया फाइटर एयरक्राफ्ट का अविष्कार और पायलट टेरिबल कंठ, जो आज फाइटर एयरक्राफ्ट उड़ाने वाले देश का नाम रोशन कर रही हैं। इसके बावजूद भी इस क्षेत्र में आज भी भूजल की समस्या बनी हुई है और यहां की स्थिति भी गंभीर बनी हुई है।
बाढ़ से प्रभावित गांव
कमला नदी के रौद्र रूप के कारण नवटोलिया, बैंजनाथपुर, कांकी मुसहरी, रेडी बरात, लगमा मुसहरी, और जारी आंध्र प्रदेश सहित अन्य गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। बाउर गांव जाने के लिए बनी प्रधानमंत्री ग्राम सड़क पर 5 से 6 फीट पानी भरा जा रहा है, जिसमें एसोसिएट एसोसिएट हो गया है।
स्थानीय लोगों के व्यवसाय
इन इलाकों के लोगों के लिए एकमात्र सहारा नाव बन गया है, क्योंकि संपर्क और जिला मुख्यालय से उनकी पूरी तरह से टूट हुई है। स्थानीय निवासियों को अपने जीवन यापन के लिए भी कई संस्कृतियों का सामना करना पड़ रहा है।
प्रशासन का राहत प्रयास
प्रशासन ने इस विद्यालय में नामांकित छात्र-छात्राओं को स्थान पर स्थित विद्यालय में मर्ज करने का निर्णय लिया है। इसके अलावा, प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य शुरू कर दिया है।
समाधान की आवश्यकता
मुसलमानों में मधुमेह की समस्या एक गंभीर समस्या है, जिस पर तत्काल ध्यान देना आवश्यक है। स्थानीय निवासियों को अधिक सुविधाओं की आवश्यकता है ताकि वे अपना जीवन यापन कर सकें। सरकार को इस समस्या का समाधान निकालने के लिए तत्काल कदम उठाने चाहिए।
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पहले प्रकाशित : 1 अक्टूबर, 2024, 20:16 IST