फायदे तो जरूर हैं लेकिन कुछ कंडीशन में अस्पताल भी पहुंचा सकता है नारियल का तेल, इसलिए पहले जान लें सच्चाई
नारियल तेल के दुष्प्रभाव: समंदर किनारे वाले दुनिया के अधिकांश देशों में नारियल तेल का खूब चलन है. भारत भी इसमें पीछे नहीं है. नारियल हरफनमौला है. इसके फल को खाया भी जा सकता है. इसके फल के अंदर का पानी भी पिया जा सकता है और इससे तेल भी बनाया जाता है. अगर नारियल तेल का इस्तेमाल हम बॉडी लोशन या मसाज के लिए करें तो इसके नुकसान के बारे में अब तक किसी रिसर्च में नहीं कहा गया है लेकिन अगर इस तेल से खाना बनाया जाए तो कुछ मामलों में नारियल तेल का नुकसान भी हो सकता है. वैसे अगर इसके गुणों के बारे में बात की जाए तो यह पेट की चर्बी को कम कर सकता है. इम्यून सिस्टम को बढ़ाता है, हार्ट डिजीज और डिमेंशिया को कम करता है लेकिन इसमें कार्बोहाइड्रेट और कोलेस्ट्रॉल की मात्रा अधिक होती है.इसलिए कुछ लोगों के लिए यह परेशानियां भी पैदा करने लगता है.
नारियल तेल के नुकसान
पेट में क्रैंप-नारियल तेल का यदि आपने ज्यादा सेवन कर लिया तो इससे आपको पेट में दर्द करने लगेगा.कुछ लोगों का मानना है कि नारियल तेल पेट को साफ करता है. बेशक यह कुछ लोगों में पेट को साफ करें लेकिन अधिकांश लोगों को नारियल तेल पेट में नुकसान पहुंचाता है. इससे पेट में क्रैंप और दर्द होने लगता है.हेल्थलाइन की खबर के मुताबिक अधिक मात्रा में नारियल तेल खाने से पेट में क्रेंप और अन्य पेट संबंधी कई परेशानियां हो सकती हैं.
हार्ट डिजीज का जोखिम-हार्वर्ड हेल्थ ने बताया है कि कुछ रिसर्च में कहा गया है कि नारियल तेल का सेवन करने से हार्ट डिजीज, डिमेंशिया, अल्जाइमर जैसी बीमारियों के खतरे को कम किया जा सकता है. लेकिन छोटे पैमाने पर हुई रिसर्च में कहा गया है कि अगर नारियल तेल का इस्तेमाल भोजन में ज्यादा किया जाए तो इससे कोलेस्ट्रॉल लेवल के बढ़ने का खतरा रहता है. वहीं इससे एचडीएल और एलडीएल दोनों बढ़ जाता है. इससे हार्ट डिजीज का खतरा कहीं बढ़ जाता है. हालांकि ध्यान देने वाली बात यह है कि रिसर्च में जिस नारियल के तेल के सेवन से कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का खतरा रहता है वह प्रोसेस्ड नारियल का तेल है. कोल्ड प्रेस नारियल के तेल से ऐसा खतरा नहीं है. कोल्ड प्रेस नारियल के तेल का मतलब हुआ कि नारियल को सीधा क्रश कर इससे जो सीधा तेल निकाला जाता है, उसे ही कोल्ड प्रेस तेल कहते हैं लेकिन जब यही चीज कंपनियां बनाती है तो इसमें कई रासायनिक चीजें मिला देती जिससे इसका गुण कमजोर हो जाता है. भारत, फिलीपींस, थाईलैंड जैसे देशों में अधिकतर कोल्ड प्रेस नारियल तेल का इस्तेमाल किया जाता है. अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन ने 2017 में सैचुरेटेड फैट वाले तेल को अनसैचुरेटेड फैट वाले तेल से बदलने की सलाह दी थी.
वजन कम करने में असर नहीं-अक्सर दावा किया जाता है कि नारियल के तेल का सेवन कर वजन कम किया सकता है लेकिन किसी रिसर्च में यह साबित नहीं हुई. कीटो डाइट में नारियल के तेल का सेवन किया जाता है.एक्सपर्ट के मुताबिक यदि आप नारियल तेल को बहुत अधिक पानी के साथ लिया जाए कुछ हद तक यह फायदा पहुंचा सकता है लेकिन प्रोसेस्ड नारियल तेल से इसका फायदा शायद ही किसी को है. इसलिए यदि आप तेजी से वजन घटाना चाहते हैं तो नारियल तेल की जगह पानी ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकता है.
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पहले प्रकाशित : 2 अक्टूबर, 2024, 03:44 IST