जीवन को हसीन-तरीन बना देंगे सद्गुरु के ये हेल्थ टिप्स, बस ये 3 चीजें रोजाना करें, पेट से लेकर दिल, दिमाग तक हो जाएंगे चकाचक
सद्गुरु स्वास्थ्य युक्तियाँ: यदि जीवन को हेल्दी और मजबूत बनाना है तो सद्गुरु के तीन टिप्स आपके लिए बेहद काम के साबित होंगे. सदगुरु कहते हैं कि अगर भोजन की बात करें तो सबसे महत्वपूर्ण चीज इस बात को ध्यान में रखना है कि आप जो खाते हैं, वह भोजन कितनी जल्दी पेट में पचकर आपके शरीर का हिस्सा बन जाता है. उन्होंने कहा कि कोई भी भोजन अगर तीन घंटे से ज्यादा पेट में रहता है तो इसका मतलब है कि आपने खराब खाना खाया है.ऐसा भोजन छोड़ दें या कम खाएं. अगर भोजन तीन घंटे के अंदर आंतों तक पहुंच जाता है तो इसका मतलब है कि आपके शरीर ने उस भोजन को ग्रहण कर लिया है. शायद वह भोजन सही न हो लेकिन आपके सिस्टम ने उसे पचा लिया है.भोजन जब शरीर का हिस्सा बन जाता है, वह आपके अंग बन जाते हैं तो आपका जीवन स्वस्थ्य है और आप हेल्दी रहेंगे वरना आप हमेशा बीमार रहेंगे. भोजन को शरीर का अंग बनाने के लिए कुछ आसान नियम है जिनका आपको फॉलो करना चाहिए.
सही भोजन और सही समय
सदगुरु ने बताया कि दो भोजनों के बीच अगर आप 5 से 6 घंटों का गैप रखें. बीच में कुछ न खाएं. अगर ऐसा करेंगे तो इससे कोशिकाओं के स्तर पर यह सफाई होगी.सेलुलर स्तर पर यह सफाई जीवन के लिए सबसे जरूरी और सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण. अगर आपकी उम्र 30 से ज्यादा है तो दो बार भोजन करना आपके लिए अच्छा होगा. एक सुबह में और दूसरा शाम में. शाम के समय जब आप भोजन करेंगे तो उसके तीन घंटे बाद ही आप बिस्तर पर सोने जाएं. शाम में भोजन करने के बा 20 से 30 मिनट तक शारीरिक व्यायाम जरूर करें.आप हल्का-फुल्का काम करें, सैर कर लें या डांस करें.
हल्के गर्म पानी में शहद
भोजन अगर सही से नहीं करेंगे तो शरीर में खून सही से नहीं बनेगा.इसे ही एनीमिया कहते हैं. एनीमिया होना यानी खून का लोहा खो देना. सीधे शब्दों में कहे तो आपने अपनी ताकत खो दी है. शरीर की ताकत चीली गई तो आप थका हुआ महसूस करेंगे. बेवजह थका हुआ महसूस करेंगे. जब लोहा चला जाता है तब खून का ऑक्सीजन शरीर में अच्छे से नहीं पहुंचता. आपका शरीर, आपाका हृदय, आपका दिमाग ज्यादा काम नहीं कर पाएंगे क्योंकि ऑ्सीजन कम है. इसलिए खून में ऑक्सीजन की मात्रा को बढ़ाना जरूरी है. दरअसल, शरीर की सेहत और उसको आसानी से जीवंत करने के लिए खून में ज्यादा ऑक्सीजन होनी चाहिए.शारीरिक प्रक्रिया के कारण महिलाओं का इसका खास ख्याल रखना चाहिए. अगर हीमोग्लोबिन की कमी खून में होगी तो ज्यादा ऑक्सीजन नहीं समा पाएंगी और आप थक जाएंगी. इससे बुद्धि पर भी असर होगा. दिमाग में ऑक्सीजन कम होगा तो शरीर और दिमाग दोनों पर होगा. इससे बचने का सरल तरीका है. रोजाना हल्के गर्म पानी शहद मिलाकर पीना. सुबह आप इसे कर सकते हैं. इससे खून में आरबीसी बढ़ेगा तो आप ज्यादा एनर्जी महसूस करेंगे. सब कुछ सक्रिय होगा. शरीर का कायाकल्प होगा, मृत कोशिकाओं की जगह नई कोशिकाएं ले लेंगी. जो जड़ता महसूस कर रहे हैं उसमें कमी आएगी.
क्या शहद को गर्म पानी में मिलाकर पी सकते हैं
शहद हमारे सिस्टम पर अलग-अलग असर डालता है. कच्चे शबद का एक तरह का असर होता है, ठंडे पानी में पीने से अलग असर होता है, हल्के गर्म पानी में पीने का अलग असर होता है. उबलते पानी में शहद डालने से शहद का कुछ हिस्सा जहरीला हो जाता है. इसलिए कभी भी उबलते पानी में शहद नहीं डालना चाहिए या शहद को गर्म नहीं करना चाहिए. पश्चिम में केक बनाते समय लोग ऐसा करते हैं लेकिन यह गलत तरीका है. इसलिए पीन लायक हल्के गर्म पानी में ही शहद मिलाएं.
अच्छी नींद की जरूरत
सद्गुरु बताते हैं कि नींद अपने आप में जीवन की जरूरत नहीं है. शरीर को नींद नहीं बल्कि आराम चाहिए. नींद आराम का एक रूप है. हो सकता है कि आपको बैठकर ही आराम मिल जाए. खड़े होकर भी आराम हो सकता है. आप खड़े थे और बैठ गए, यही भी आराम है. सबसे जरूरी बात यह है कि इसमें आपके शरीर की ऊर्जा का समीकरण बदल रहा है. आराम में ऊर्जा का खर्च कम हो रहा है लेकिन उसकी पैदावार उसी तरह से बढ़ रही है. इसलिए कुछ देर बाद आप ताजगी महसूस करने लगते हैं.यही आराम है जो नींद का एक रूप है. मूल रूप में ऊर्जा को मैनेज करना ही आराम है. काम करते समय आप ऊर्जा को ज्यादा खर्च कर रहे हैं. पैदावार जितनी भी हो इस स्थिति में वो काफी नहीं होती, इसलिए कुछ देर में आप थक जाते हैं. खर्चा कम करके पैदावार बढ़ाई जाए तो कुछ समय में ज्यादा ऊर्जा महसूस होती है. सबसे बेहतरीन तरीका तो यह होगा कि जीवन में नींद ही नहीं हो लेकिन अभी ये संभव ही नहीं है क्योंकि शरीर में कुछ जड़ता है.ऐसे में कम से कम नींद ठीक है बाकी समय शरीर को आराम है.
अगर शरीर आराम में है तो नींद तब तक नहीं आती जब तक कि शरीर आपका थक न जाए.इसलिए शरीर आराम जरूर मांगता है. अगर आप आराम नहीं कर पाते हैं तो आपको नींद में ही आराम मिलेगा.मैं आपको आराम का एक तरीका सीखाता हूं. आप यहां आराम से बैठ जाए. एकदम शरीर को शांत और ढीला कर. इसके बाद अपना ध्यान सिर के उपर से पैरों की उंगलियों तक ले जाएं और देखें कि सब कुछ ढीला और आराम से हैं.आपको बिल्कुल आराम मिलेगा. यही नींद का रूप है. ऐसे में आपको नींद की कम जरूरत होगी. लेकिन अगर आप अकड़ कर बैठेंदगे तो ऐसा नहीं होगा.इसलिए आराम की स्थिति में शरीर को लाएं. होशपूर्वक जितना सहज बैठेंगे आराम से बैठिए तोऐ से में आपकी नींद आधे घंटे बढ़ जाएगी.
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पहले प्रकाशित : 2 अक्टूबर, 2024, 4:13 अपराह्न IST