बिहार

बागमती की बाढ़ ने धान की खेती को बर्बाद कर दिया, किसान चिंता, बोले- भगवान ही नैया पार लगाएंगे

दर. पिछले दिनों बागमती नदी में भीषण बाढ़ की चपेट में आने से और राज्य के कई किसानों की धान की फसल बर्बाद हो गई है। वह किसान काफी है. उन्होंने करीब 100 बेहतरीन में धान की खेती की थी जो पानी के अंदर चली गई। बता दें कि किसानों की भीषण गर्मी से पहले किसानों के लिए पानी की समस्या थी, क्योंकि धान की फसल बर्बाद हो रही थी।

इसके एक हफ्ते बाद बारिश हुई तो उनके चेहरे खिलखिला उठे मानो ऐसे की उनकी पहचान के अंदर लगी धान की फ़सल को मनों संजीवनी मिल गई हो। लेकिन कुछ दिन बाद ही बागमती नदी उफने लगी और उसने अपना रौद्र रूप धारण कर लिया जिससे गाबागमती में भीषण बाढ़ का पानी दोनों तटों के बीच में गिर गया और जैसे ही बांध के समान पानी किसानों की मेहनत से करीब 100 से अधिक की दूरी तय की गई लगी धान के उपाय पर खजाना बन गया।

किसान मिथलेश सहनी ने लोकल 18 को बताया कि बागमती नदी में बाढ़ आने से लगभग 100 से ऊपर धान की खेती में नुकसान हुआ है बगल में जोधना बांध से अचानक बाढ़ आ गई थी और पूरी फसल बर्बाद हो गई थी अब खेती में भी नुकसान हो गया है समय अज्ञात अज्ञात में पानी अधिक होने के कारण अब जब तक पानी पूरी तरह सुख नहीं जाता तब तक धान नहीं हो जाएगा। इसके बचाव के लिए पौध ग्रेड रोपना होता है ताकि कम पानी आये तो यह सहनशीलता बनी रहे।

मिथलेश सहनी ने आगे कहा कि बाढ़ आने के बाद इसका कोई उपाय नहीं है, लेकिन अभी कुछ पानी कम हुआ है। इसके पहले प्रमाणीकरण में लबालब पानी भरा हुआ था। किसान किशोर साहनी ने लोकल 18 को बताया कि बांध टूटने से बाढ़ आ गई और रात भर पूरे खेत में पानी घुस गया जिससे धान की बर्बादी हो गई। कोई भी देखने में नहीं आता है ही हमें काफी परेशानी होती है।

पहले प्रकाशित : 6 अक्टूबर, 2024, 23:57 IST

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