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झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 सुरक्षा व्यवस्था, सीआरपीएफ, बीएसएफ, हजारों जवानों की तैनाती – अमर उजाला हिंदी समाचार लाइव

झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 सुरक्षा व्यवस्था सीआरपीएफ बीएसएफ सीएपीएफ हजारों जवानों की तैनाती

झारखंड में कड़ी सुरक्षा के बीच होगा चुनाव
– फोटो : अमर उजाला

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झारखंड में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज गया है। प्रभावित राज्य में दो चरणों में चुनाव होना है। पहले चरण का मतदान 13 नवंबर को होगा, जबकि दूसरे चरण का मतदान 20 नवंबर को होगा। चुनाव के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे। ईस्टर्न ईस्टर्न वेन्यूज़ से सेंट्रल सेमीसैनिक फ़्रैंचाइज़ी को बड़ी ज़िम्मेदारी सौंपी गई है। झारखंड के आसपास के इलाकों में विधानसभा चुनाव के दौरान कोई अप्रिय घटना नहीं हुई और न ही किसी भय के लोग, चुनाव प्रक्रिया में भाग ले डरावने, इसके लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अर्धसैनिक बलों के करीब 10000 सैनिकों की प्रतिष्ठा कर दी है। सेंट्रल अर्धसैनिक आर्काज़िट में 35 समुच्चय, समुच्चय 25, सीआई एसएफजे के 10, आईटीबीपी के 15 और एसएसबी के 15 समुच्चय, समुंद्र तट शामिल हैं।

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जम्मू-कश्मीर में यूक्रेन चुनाव से बढ़ा हुआ सामान

जम्मू-कश्मीर और हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनावों की तारीखें अब महाराष्ट्र और झारखंड में होने वाले चुनावों की तारीख घोषित कर दी गई हैं। सेंट्रल अर्धसैनिक सेना ने पिछले दिनों जम्मू-कश्मीर में भी म्युज़िक वेज़ से चुनावी सीटें लीं। वहां तीन स्टेज में विधानसभा का चुनाव हुआ था. सभी समनुरूपों को समसामयिक सुरक्षा सुनिश्चित किया गया। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने विशेष रणनीति तैयार करने के लिए इंजीनियर एवं पेट्रोलियम चुनाव की तैयारी की थी। विधानसभा चुनाव में आतंकवादियों, किसी भी तरह की बाधा न पहुंचाना, इसके अलावा जेएंडके में केंद्रीय अर्धसैनिक सेना के 1000 आतंकवादियों की हत्या कर दी गई थी। सेंट्रल अर्धसैनिक सैनिकों के एक लाख से अधिक कैसल ने जम्मू-कश्मीर में यूसुफ़ तरीकों से चुनावी मशीनें बनाई हैं।

सेंट्रल अर्धसैनिक बलों के 10 हजार विस्फोटक

अब झारखंड विधानसभा चुनाव में अर्धसैनिक सैनिकों की उन्नति की शुरुआत की गई है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने गैट वीक में झारखंड सरकार के मुख्य सचिव, गृह सचिव और राज्य को सूचित किया है। निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार यह निर्णय लिया गया है कि झारखंड क्षेत्र में मध्य अर्धसैनिक बलों की साउदी सोसायटी (लगभग 10000 युवा) की विचारधारा है। फ़ोर्स को झारखंड के विभिन्न क्षेत्रों में क्षेत्रीय प्रभुत्व, विश्वास बहाली के उपाय, फ़्लोरिडा मार्च और कम्यून का काम केंद्र में शामिल किया गया है। केंद्रीय अर्धसैनिक सेना के स्थापित प्रशिक्षक 14 पर्यटक अपने गंतव्य स्थल पर पहुंच गए हैं।

सेंट्रल की फार्मासिस्टों का ध्यान

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने झारखंड सरकार से आग्रह किया था कि वह सीआरपीएफ की आर्किटेक्चरल तैनाती योजना तैयार करे। इस मामले में संबंधित फोर्स और चीफ फोर्स कॉर्डिनेटर के साथ चर्चा की जाए। एसोसिएटेड सेंट्रल की विदाई और डिप्लोयमेंट के सहयोग की ज़िम्मेदारी को छोड़ दिया गया है। इंडस्ट्रियलिस्ट्स के लिए आ रहे सेंट्रल कम्यूनिटी के फार्मासिस्टों का ध्यान रखा जाए। उनके ट्रांसपोटेशन, लॉजिस्टिक्स, रहने की जगह और अन्य सुझाव सुझाव लिए जाएं। अपराधी की ओर से कहा गया है कि वह स्पेशल ट्रेन और सहायक कोचों की व्यवस्था के लिए एसोसिएशन की ओर से काम करता है। इसके लिए रेलवे बोर्ड से अविलंब संपर्क करने की बात कही गई थी। चुनाव के दौरान सीएएफ की सभी तरह की भावनाओं की जानकारी दैनिक केंद्रीय गृह मंत्रालय को दी जाएगी

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