अपने ही दोस्त को नहीं खोज पा रही बिहार पुलिस, सोलो ने प्रशासन पर लगाया ये आरोप
व्युत्पत्ति: बिहार के एसोसिएट्स ऑफिस में पद पर पदस्थ धनंजय कुमार कई महीनों से लापता हैं। विभाग के द्वारा वाहन फैक्ट्री के दौरान वसूली गई नकदी को लेकर बराकर की शिकायत भी दर्ज की गई है। यहां उनके छोटे-छोटे भाई-बहन और भाई की तलाश में दर-दर की हलचल खा रहे हैं। वहां से आये धनंजय के दो चिकित्सकों ने लोकल 18 से बात करते हुए बताया कि उनके भाई तीन महीने से लापता हैं। वह लोग कई बार स्मारक आ चुके हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है।
जब डायग्नोस्टिक्स दर्ज करने के लिए लेहेरिया क्षेत्र पूर्वी क्षेत्र से वहां से भाग गया। इन अधिकारियों से भी मुलाकात से इनकार कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि आखिर माजरा क्या है समझ नहीं आ रहा है. धनंजय के भाई संजय कुमार के शिष्य हैं उनके भाई 3 महीने से लापता हैं। उसका अभी तक कुछ पता नहीं चल पा रहा है. वो सिपाही में सिपाही है. उनका 656 बैक नंबर है. उन पर 5 लाख 67 हज़ार गबन का आरोप लगाया गया.
उनके भाई ने बताया कि स्टेशन पर आवेदन दे दो तो वहां से भाग दिया जा रहा है। सिटी के एसपी पास गए तो वहां से भाग गया और ऊपर से उन्हें ही बोला जा रहा है कि उनकी ही कुर्की जब्ती होगी। उनके भाई का कहना है कि उन लोगों पर खतरा मंडरा रहा है कि उनके भाई की शादी हो गई या फिर उन्हें बंधक बना लिया गया। प्रशासन प्रशासन में कोई सहयोग नहीं किया जा रहा है।
रविवार को धनंजय के भाई एक आवेदन लेकर लहरिया आकाशगंगा गैलरी स्तम्भ हैं। उन्होंने धनंजय की माता बसंती देवी का नाम लिखा हुआ है। इसमें बताया गया है कि उनका बेटा धनंजय कुमार पुलिस सेंटर एरियल बैरक में रहता था। वहीं से उन्होंने अपना कर्तव्य निभाया था. 13/7/2024 को धनंजय कर्तव्य के लिए पुलिस केंद्र से रिकार्ड का पैसा लेकर जाम किया गया लेकिन ना ही वह कार्यालय पहुंचा और ना ही पैसा जाम हुआ। इस पर धनंजय के परिवार के बेटे के लिए खतरा पैदा हो रहा है। आवेदन में ये बातें कही गयी हैं. धनंजय के भाई दोस्त हैं कि मां हार्ट के पेशेंट हैं। इस घटना के बाद से धनंजय की पत्नी प्रिया कुमारी की भी बेहोशी जारी है। पूरे परिवार में कलह मचा हुआ है.
पहले प्रकाशित : 16 अक्टूबर, 2024, 22:09 IST