पंजाब

पराली का क्रेडिट भगवंत मान ने केंद्र सरकार की पोस्ट में कहा- पीएम मोदी ने ही बुलाया है

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री मोदी जापान युद्ध रोक सकते हैं जैसा कि विज्ञापन में दिखाया गया है, तो क्या वे यहां धूम्रपान नहीं रोक सकते? उन्हें सभी राज्यों की बैठक करवानी चाहिए, फार्मासिस्ट को बुलाना चाहिए और उन्हें बुलाना चाहिए।

उपेन्द्र थापक एएनआईशुक्र, 18 अक्टूबर 2024 11:45 पूर्वाह्न
शेयर करना शेयर करना

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मोदी से सभी राज्यों के मंत्रियों की बैठक की अपील की है। मैन ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अली का जलावतरण किसी एक राज्य तक सीमित नहीं है। यह संपूर्ण उत्तर भारत का वैभव है। इस पर प्रधानमंत्री मोदी को बातचीत करनी चाहिए और इस मुद्दे को सुलझाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर प्रधानमंत्री मोदी यूक्रेन युद्ध को रोक सकते हैं, जैसा कि उनके विज्ञापन में दिखाया गया है, तो क्या वे यहां धूम्रपान नहीं रोक सकते? उन्हें सभी राज्यों की बैठक करवानी चाहिए, फार्मासिस्ट को बुलाना चाहिए और उन्हें बुलाना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान किसी भी राज्य का हो, वह जलना नहीं चाहता, लेकिन उसके पास दूसरा कोई विकल्प ही नहीं है। किसान धान की फसल ही नहीं करना चाहते लेकिन किसी और वैकल्पिक फसल की फसल ही नहीं चाहते, तो किसान धान न करे तो क्या करे। मान ने कहा कि जब धान पैदा होता है और देश में अन्न के भंडार भर जाते हैं तब किसान का महत्व होता है लेकिन जब बात धान की आती है तो किसान को ही साबित कर दिया जाता है। उन पर सामान बनाने की कोशिश की जाती है।

दिल्ली का आकाश हुआ धुआं-धुआं

हर साल समुद्र के पहले दिल्ली के आसमान में धुआं ही धुआं दिखाई देता है। इससे आम जन जीवन अस्त-व्यस्त हो जाता है। दिल्ली के बुरे मौसम के सवाल पर पंजाब के सीएम ने कहा कि पंजाब में जली पराली का धुंआ दिल्ली का है या नहीं तो मुझे नहीं पता लेकिन इतना पता है कि यह पंजाब के किसान और उनके परिवार और उनके गांव को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाता है नुकसान पहुंचाता है. हमें इसे बंद करने की आवश्यकता है।

किसान को प्रोत्साहन नहीं चाहिए- सीएम मान

सीएम मान ने कहा कि केंद्र सरकार लगातार हमारी सरकार से किसानों को बढ़ावा देने के लिए कह रही है लेकिन प्रोत्साहन से काम नहीं करती, हमें व्यावहारिक कदम उठाने की जरूरत है। हमारी सरकार ने किसानों को 1.25 लाख आँकड़े दिए हैं। हम लगातार काम कर रहे हैं, केंद्र सरकार से भी मांग कर रहे हैं कि वह किसानों की मदद करें।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *