दिल्ली में प्रदूषण, मंत्री गोपाल राय के साथ आनंद विहार पहुंचीं सीएम आतिशी – अमर उजाला हिंदी न्यूज़ लाइव
सीएम आतिशी
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दिल्ली की सीएम आतिशी का कहना है, ”दिल्ली में प्रदूषण निवारण उपाय लागू करने की प्रक्रिया जारी है. हमने 99 रिकॉर्ड बनाए हैं, जो पूरी तरह से दिल्ली में प्रदूषण निवारण उपाय कर रहे हैं. हमने 325 से ज्यादा स्मॉग गन लागू करने की प्रक्रिया शुरू की है. शुरू कर दिया है। दिल्ली में पेंटिंग से लेकर उनके सभी सोर्सेज के लिए आर्टिकल और एमसीडी ने इंस्टिट्यूट कर दिया है। आनंद विहार, दिल्ली और यूपी की सीमा पर होने के कारण, एक ऐसा आकर्षण है, जहां एक्यू सबसे ज्यादा है।’
#घड़ी | दिल्ली प्रदूषण | दिल्ली की सीएम आतिशी का कहना है, “दिल्ली में प्रदूषण-विरोधी उपायों को सख्ती से लागू किया जा रहा है। हमने 99 टीमें बनाई हैं जो पूरी दिल्ली में धूल नियंत्रण उपाय कर रही हैं। हमने 325 से अधिक स्मॉग गन तैनात करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। PWD और MCD ने… pic.twitter.com/njplW1oNJ9
– एएनआई (@ANI) 20 अक्टूबर 2024
दिल्ली की सीएम आतिशी का कहना है, ”केवल वायु प्रदूषण ही नहीं, बल्कि पिछले कुछ दिनों से यमुना नदी में भी प्रदूषण बढ़ रहा है.” दिल्ली की वायु एवं जल प्रदूषण वृद्धि का मुख्य कारण भाजपा की ओछी राजनीति है। पंजाब में आप सरकार ने दो साल तक पराली जलाने की घटनाओं को कम करने का काफी प्रयास किया है। पिछले साल पंजाब में पराली जलाना आधा हो गया था। हरियाणा के आँकड़ों पर नज़र डालें तो अनजाने में आग लगने की घटनाओं में 23% की लूट हुई है। यूपी में पासपोर्ट में आग लगने की घटनाएं 70% बढ़ोतरी।
आतिशी ने कहा, बीजेपी दिल्ली की जनता के साथ ओछी राजनीति कर रही है। सबसे ज्यादा एक्यूआई रिकॉर्ड करने वाले आनंद विहार इलाके में जो प्रदूषण दिखता है वह उसका एक अहम कारण है यूपी से आने वाली हजारों डीजल से चलने वाली कंपनियां हैं। हरियाणा और यूपी क्यों नहीं? सरकारी कंपनियों में सी.एन.जी. और इलेक्ट्रिक बोल्टेज शामिल हैं? ‘प्रबंधकों में 3800 भट्टे हैं, जो दिल्ली में प्रदूषण के स्तर में बहुत योगदान देते हैं।’
सीएम आतिशी ने कहा, ‘प्रधानमंत्री एवं पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने व्यक्तिगत रूप से क्षेत्र का दौरा किया है. किसी भी प्रकार की गंदगी से बचने के लिए क्षेत्र की सभी सड़कों की सफाई की जाती है। भीड़भाड़ वाले गोदामों को हटाने का अभियान चलाया गया है। हम यूपी सरकार से भी बात करेंगे। आनंद में प्रदूषण का प्रमुख कारण विहार यूपी से आने वाले लोग हैं। ‘हरियाणा और यूपी में अपने अनुपचारित अपशिष्टों को शामिल किया गया है।’
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के बीच 13 दिनों में 2,762 स्थानों पर कूड़ा निवारण अभियान चलाया गया। इसमें प्रदूषण फैलाने वाली जगह पर करीब 17.40 लाख रुपये का अनुमान है। साथ में 76 स्थानों पर काम कर रेशमी दास को भी नोटिस दिया गया। अभियान में 13 संबंधित अधिकारियों की 523 अभिलेख शामिल हैं। दिल्ली सरकार की सख्त हिदायत है कि निर्माण स्थलों पर कूड़ा-करकट पर रोक से जुड़े 14 भवनों को पूरी तरह से लागू करना जरूरी है। ऐसा न करने वाली फिल्म निर्माण पर कार्रवाई होगी।
दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली में ग्रीन वॉर रूम से प्रदूषण पर निगरानी हो रही है। कई तरह के और भी काम हो रहे हैं। इसमें कूड़ा निवारण अभियान, बायो डीकम्पोजर का काम, दवा अभियान, मोबाइल एंटी स्मॉग गन सहित जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसके साथ अलग-अलग जगहों की पहचान 523 में ऐसे हर जगह की जांच की जा रही है, जहां से कूड़ा उड़ सकता है। भवनों के निर्माण के लिए 14 सूत्रीय नियम लागू हैं। सात नवंबर तक चलने वाले इस अभियान में जहां भी गंदगी निवारण के नियमों का पालन नहीं किया जाएगा, उस पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद भी अगर निर्माण एजेंसी ने काम नहीं किया तो निर्माण स्थल ही बंद कर दिया जाएगा।