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दरभंगा एयरपोर्ट: हवाईअड्डे से जुड़े ये फैक्ट्स जान आप चौंक जाएंगे, इंडियन एयरफोर्स से कनेक्शन, अयोध्या की फिल्म पर वीडियो

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उत्तर बिहार समेत पूरे बिहार के लिए गेमचेंजर साबित होगा एस्टोइक एयरपोर्ट। जानिए कैसे बनेंगी और क्या-क्या सुविधाएं आपको मिलेंगी।

पटना. बिहार का एस्टर एयरपोर्ट अयोध्या मॉडल पर होगा। 40 चेक-इन काउंटर और चार कनवेयर बेल्टहोगे और हवाई अड्डे की वार्षिक यात्री क्षमता 43 लाख होगी। बता दें कि 20 अक्टूबर को जब पीएम मोदी ने वाराणसी से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए एयरपोर्ट के नए सिविल एंजिल का दौरा किया था। इस नए प्रोजेक्ट की लागत 912 करोड़ रुपये है। 54 नॉके लैंड पर बनने वाला यह एयरपोर्ट 24 नॉके के रनवे और 14 पासपोर्ट की रॉकेट क्षमता के साथ सोलो कंपनी से लॉन्च होगा। यह प्रोजेक्ट पूरे के बाद न सिर्फ उत्तर बिहार बल्कि पूरे बिहार के लिए भी गेम चांगर साबित होगा। इस बीच हम एस्टर एयरपोर्ट से जुड़े कुछ तथ्य ऐसे बताते हैं जिन्हें जानें पता चलता है।

बता दें कि एयरपोर्ट के न्यू टर्मिनल टर्मिनल के लिए राज्य की नीतीश सरकार ने 76.65 ओकलैंड लैंड भारत सरकार को उपलब्ध करा दी है। सीएम नीतीश कुमार ने वादा किया है कि इस एयरपोर्ट के निर्माण कार्य में जो भी सहयोग की आवश्यकता होगी, राज्य सरकार. बता दें कि एरटेल एयरपोर्ट के निर्माण के लिए बिहार सरकार ने कुल 76.85 ओक ग्राउंड भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण को सौंप दिया है। वर्तमान में इस हवाई अड्डे पर विमान से प्रतिदिन 1500 यात्री आते हैं और 10 विमान सेवा संचालित होती है। अब इसे 50 किया गया है। नवंबर 2020 में नागालैंड की शुरुआत के बाद से 21,66,567 यात्रियों को हवाई यातायात में शामिल किया गया है।

भारतीय रेस्तरां का उद्यम एस्टोरियो एयरपोर्ट है
यहां यह भी बताया गया है कि स्मारक स्थल पर भारतीय स्टेयरहाउस और भारतीय हवाईअड्डे के 4.72 एकड़ जमीन पर एक हॉस्टल है। वर्तमान रनवे 9,000 फीट है जो 12,000 फीट तक बढ़ गया है। वर्तमान 1,400 वर्गमीटर टर्मिनल भवन का विस्तार 51800 वर्गमीटर है।

टर्मिनल न्यू बिल्डिंग की मुख्य विशेषताएं जानें
टर्मिनल नवीन भवन का निर्माण बेसमेंट सहित कुल 51,800 वर्ग मीटर क्षेत्र में प्रस्तावित है, जिसमें 3000 यात्रियों को समय लगेगा और प्रति वर्ष 30 लाख यात्रियों की सेवा मिलेगी। इसके अतिरिक्त, नए टर्मिनल भवन के विस्तार के लिए मल्टी लेवल कार पार्किंग, सर्विस ब्लॉक आदि सहायक उपकरण के निर्माण की भी योजना है।

कन्वेयर बेल्ट और कोड-सी स्टॉक की होगी सुविधा
यहां यात्रियों के लिए 40 चेक-इन काउंटर, 14 सेल्फ-चेक-इन कियोस्क, 12 ऑटो आर्किटेक्ट ट्रे-रिट्रीवल सिस्टम, 30 डोर फ्रेम्ड मेटल डिटेक्टर मशीन, पांच एयरोब्रिज, अराइवल हॉल में चार कन्वेयर बेल्ट जैसी कंपनियों की योजना है। पहले चरण में कोड-सी प्रकार के सात पासपोर्ट की पोस्टकार्ड के लिए एक एप्रन का भी प्रस्ताव दिया गया है।

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