झारखंड हाईकोर्ट ने धनबाद जज उत्तम आनंद हत्याकांड से संबंधित याचिका का निपटारा किया – अमर उजाला हिंदी समाचार लाइव
झारखंड उच्च न्यायालय
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डीज़ेड के जज उत्तम आनंद की हत्या की जांच की मांग की गई थी। कोर्ट को कुक ने बताया कि जांच पूरी तरह से हो चुकी है। अमेरीका राहुल वर्मा और लक्ष्मण वर्मा के खिलाफ़ अपार्टमेन्ट की दुकान कर दी गई है। दोनों को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। दशहरा ने कोर्ट को यह भी बताया कि जांच में किसी भी साजिश का कोई संकेत नहीं मिला है। विस्तृत जांच की आवश्यकता नहीं है।
मुख्य न्यायाधीश माइकल राव और खण्डपीठ के न्यायाधीश रिचर्ड राव ने क्लार्क के दस्तावेजों को स्वीकार करते हुए कहा कि जांच में सभी मानक पूरी तरह से हो गए हैं। किसी भी गहराई की साजिश का कोई भी तत्व सामने नहीं आया है, इसलिए उसकी शिकायत दर्ज की जानी चाहिए।
जज उत्तम आनंद की 28 जुलाई 2021 को मौत में हत्या हुई थी। वे सुबह 5 बजे रणधीर वर्मा चौक के पास टहल रहे थे, तभी एक ऑटो-कार ने उन्हें टक्कर मार दी, जिसमें ड्राइवर के साथ एक यात्री भी था। सीसीटीवी फुटेज में देखा गया कि ऑटो-रिक्शा के पीछे एक मोटरसाइकिल मोटरसाइकिल चल रही थी, जिसने जमीन पर स्कूटर को देखा, लेकिन उसने मदद नहीं की। बाद में जज उत्तम आनंद को अस्पताल ले गए, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया।
इस घटना के 12 घंटे बाद मूर्तिकार की हत्या कर दी गई। पुलिस ने पुरातत्व विभाग को बताया कि अन्य सीसीटीवी कैमरों से भी साक्ष्य जुटाए गए हैं और ऑटो-कैप्चर जब्त किया गया है। अगस्त 2021 में कैसल चांसलर को चकमा दिया गया था, जिसमें दो चार चार राहुल वर्मा और लक्ष्मण वर्मा को गिरफ्तार किया गया था, जिनमें अब दोषी ठहराया गया है और उम्रकैद की सजा सुनाई गई है।
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