अमर उजाला संवाद दिल्ली के मुखर्जी नगर पार्क की हालत खस्ता, लावारिस कुत्तों के कारण चलना हुआ मुश्किल – अमर उजाला हिंदी समाचार लाइव
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दिखावटी के अभाव में महाराष्ट्र के महाराष्ट्र महाराष्ट्र महाराष्ट्र में अंचल विभाग है। इसके अलावा लावारिस पेंटिंग ने सैर करना मुहाल कर दिया है। ख़तरा ऐसा है कि स्थानीय निवासी बाहर प्रस्थान से कतराते हैं। वहीं, लोगों की शिकायत है कि यहां के स्ट्रीट स्ट्रीट में पानी ओवरफ्लो हो रहा है। इन लोगों को आने-जाने में पोर्टफोलियो का सामना करना पड़ता है। उधर, मुख्य सप्ताहांत पर रेहड़ी-पटरीज़ की व्यवस्था है। इसका मतलब यहां ट्रैफिक जाम लगता है।
यह शनिवार को अमर उजाला संवाद कार्यक्रम में शामिल हुए। स्थानीय लोगों का कहना है कि पार्क के अंदर कई जगहों पर साफ-सफाई की व्यवस्था नहीं की जा रही है। यही नहीं, पानी नहीं मिलने से पार्क में लगे हैं पेड़-पौधे। स्थानीय निवासी डॉ. वीना गौतम ने बताया कि पार्क को हरा-भरा रखने के लिए काफी उपाय बताए गए थे। पानी नहीं मिलने से ये बंगले लगे हैं।
संयुक्त मुखर्जी नगर अपार्टमेंट एसोसिएशन के सचिव पवन कुमार शर्मा ने बताया कि पेड़ों की सलाह नहीं हो रही है। इससे तने घर तक पहुंच गए हैं। वहीं, रेहड़ी-पटरी वालों ने भी तलाश की है। इसी तरह के अपशिष्ट पदार्थ पर भी रुकना बंद हो गया है। कोचिंग कोचिंग ने भी नियमों कायदों को चौंका कर रखा है। इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
स्थानीय निवासी बीएस कोहली ने बताया कि पानी की सबसे बड़ी समस्या है। पहले तो समय पर पानी नहीं आता। अगर आता भी है तो बेकार। दिल्ली जल बोर्ड से समय-समय पर इसकी शिकायत की गई है, लेकिन अभी तक कुछ भी सुधार नहीं हुआ है। स्थानीय निवासी अजय कुमार ने बताया कि कॉलोनीवासियों के लिए पार्क वॉक का प्रमुख स्थान है। पार्क में देखभाल की कमी का शिकार है। इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
स्थानीय निवासी मीना कोनियल ने बताया कि लावारिस का इलाका खतरे में है। कई बार निगम से शिकायत की लेकिन, कोई देखने वाला नहीं। छोटे बच्चे के लिए नहीं, बहुत बुरा हाल है। बेसहरा की समस्या का समाधान होना चाहिए। स्थानीय निवासी कंचन कपूर ने बताया कि रेस्तरां में फ़्लोरिडा का पानी तैरता है। इससे लोगों को आने-जाने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। झपटमारी भी आये दिन रहती है। ऐसे में यहां सुरक्षा का भी ध्यान देना जरूरी है।