एयर पॉल्यूशन से छोटे बच्चों को कैसे बचाएं? सभी पेरेंट्स जरूर जानें 5 बातें, न्यूबॉर्न बेबी रहेगा सुरक्षित
वायु प्रदूषण को रोकने के उपाय: नवजात शिशु बेहद संवेदनशील होते हैं और एयर पॉल्यूशन उनकी सेहत पर गंभीर असर डाल सकता है. एयर पॉल्यूशन में में मौजूद हानिकारक कण और केमिकल्स शिशुओं के रेस्पिरेटरी और इम्यून सिस्टम को कमजोर कर सकते हैं. इस वजह से नवजात शिशुओं का खास खयाल रखने की जरूरत होती है. सभी पैरेंट्स को यह समझना चाहिए कि कैसे न्यूबॉर्न बेबीज को जहरीली हवा से बचाया जा सकता है, ताकि बच्चों की ग्रोथ पर बुरा असर न पड़े. आज डॉक्टर से जानेंगे कि नवजात शिशुओं को एयर पॉल्यूशन से किस तरह बचाया जा सकता है.
नई दिल्ली के फोर्टिस ला फेम हॉस्पिटल के नियोनेटोलॉजी डिपार्टमेंट के सीनियर डायरेक्टर डॉ. रघुराम मल्लैया ने News18 को बताया कि दिल्ली में मौसम बदलने के दौरान एयर पॉल्यूशन अचानक से बहुत ज्यादा हो जाता है और इसका सेहत पर बुरा असर पड़ता है. नवजात शिशु और छोटे बच्चों के लिए जहरीली हवा सबसे ज्यादा खतरनाक होती है और इससे बच्चों को हर हाल में बचाने की कोशिश करनी चाहिए. नवजात शिशुओं को एक कमरे में रखा जा सकता है और बाहर ले जाने की जरूरत नहीं पड़ती है, जिससे बाहर के पॉल्यूशन से बचाव होता है. हालांकि इनडोर पॉल्यूशन से बचना भी जरूरी है.
एक्सपर्ट की मानें तो नवजात के फेफड़े धीरे-धीरे डेवलप होते हैं और इस दौरान अगर एयर पॉल्यूशन के संपर्क में आ जाएं, तो गंभीर परेशानियां हो सकती हैं. जहरीली हवा की वजह से बच्चों को सांस लेने में दिक्कत हो सकती है और एलर्जिक कफ की समस्या हो सकती है. इससे बंद नाक की परेशानी हो सकती है. कई बार ये परेशानियां नेजल स्प्रे या सलाइन स्प्रे से दूर हो सकती हैं, लेकिन अगर नवजात को सांस लेने में ज्यादा दिक्कत हो, तो तुरंत डॉक्टर से मिलकर ट्रीटमेंट कराना चाहिए. पॉल्यूशन की वजह से छोटे बच्चों के फेफड़े कमजोर हो सकते हैं. ऐसे में पॉल्यूशन से बचने की हरसंभव कोशिश करनी चाहिए.
डॉक्टर ने बताया कि नवजात शिशुओं को एयर पॉल्यूशन से बचाने के लिए घर के अंदर एयर प्यूरिफायर का इस्तेमाल करना चाहिए. छोटे बच्चों के लिए हेपा फिल्टर (HEPA Filter) वाले प्यूरिफायर का उपयोग करना सबसे ज्यादा फायदेमंद होता है. ये फिल्टर पॉल्यूशन के छोटे से छोटे कणों को रिमूव करने में काफी असरदार होते हैं. अगर आप नवजात के के साथ ट्रैवल कर रहे हैं, तो कार के शीशे बंद होने चाहिए और एयर कंडीशनर चलाना चाहिए. इससे बाहर की जहरीली हवा से बच्चे को बचाने में मदद मिल सकती है. अगर जरूरी न हो, तो भयंकर पॉल्यूशन में नवजात को घर से बाहर नहीं ले जाना चाहिए.
यह भी पढ़ें- शरीर में ब्लड प्रेशर, शुगर लेवल और कोलेस्ट्रॉल कितना होना चाहिए? कब बजने लगती है खतरे की घंटी, डॉक्टर से जानें
टैग: वायु प्रदूषण दिल्ली, स्वास्थ्य, जीवन शैली, ट्रेंडिंग न्यूज़
पहले प्रकाशित : 22 अक्टूबर, 2024, 2:20 अपराह्न IST