कितने दिन में धोते हैं आप तौलिया? होटल, स्पा और जिम में करते हैं तौलिए का इस्तेमाल तो पड़ सकते हैं बीमार!
तौलिए का इस्तेमाल हर बार हाथ धोने, मुंह धोने या नहाने के बाद जरूर होता है. कुछ घरों में सभी लोग एक ही तौलिया यूज करते हैं. जाने-अनजाने में आपका तौलिया आपको बीमार बना सकता है. तौलिए को लोग हर रोज नहीं धाेते और हफ्तों तक इस्तेमाल करते हैं. गीला होने की वजह से इसमें कीटाणु पनपने लगते हैं जो परिवार के सभी सदस्यों को इंफेक्शन दे सकता है.
तौलिए में बैक्टीरिया और फंगस
तौलिया हर चीज को सोखता है. इसका यह गुण बीमारी का कारण है. जब तौलिए से पानी को पोंछा जाता है तो उसमें नमी आ जाती है. इस नमी की वजह से तौलिए में बैक्टीरिया और फंगस पनपने लगती है. 2014 में अमेरिका में एक स्टडी हुई जिसमें तौलिए पर 89% कॉलिफोर्म बैक्टीरिया और 25.6% ई-कोलाई पाया गया. वहीं, यूनिवर्सिटी ऑफ एरिजोना की स्टडी में कॉलिफोर्म की संख्या 90% और ई-कोलाई 14% मिला. कॉलिफोर्म बैक्टीरिया पेट से जुड़ी बीमारी, फ्लू, घाव से जुड़े इंफेक्शन का कारण बन सकते हैं. वहीं ई-कोलाई निमोनिया, सांस से जुड़ी दिक्कत या यूरिन इंफेक्शन से जुड़ी समस्या के लिए जिम्मेदार होता है. इस स्टडी में तौलिए को कीटाणुओं की चुंबक तक कह दिया गया.
स्किन से जुड़ी कई दिक्कतें
गुरुग्राम के पारस हॉस्पिटल में इंटरनल मेडिसिन विभाग में डॉ. संजय गुप्ता कहते हैं कि अगर कोई बिना धुले रोज एक ही तौलिया इस्तेमाल करे तो उससे बैक्टीरियल या फंगल इंफेक्शन हो सकता है. इसके अलावा स्किन से जुड़ी बीमारियां भी तेजी से फैलती हैं. तौलिए को रोज धोकर धूप में सुखाना चाहिए. साथ ही किसी दूसरे का तौलिया बिल्कुल इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. अगर कोई दूसरे का तौलिया इस्तेमाल करता है तो इंफेक्शन ट्रांसफर होने का खतरा रहता है.
गीले तौलिए से पैरों की उंगलियों और तलवे पर छाले या खुजली हो सकती है. इसे एथलीट फुट कहते हैं (Image-Canva)
एक्जिमा-सोरायसिस फैल सकता है
एक्जिमा और सोरायसिस स्किन से जुड़ी बीमारी होती है. इसमें स्किन की बाहरी त्वचा खराब होकर बेरंग होती है और धीरे-धीरे पपड़ी की तरह झड़ने लगती है. अगर किसी को यह समस्या है तो तौलिए को एंटीसेप्टिक लिक्विड में डालकर रोज धोएं और अपना तौलिया किसी और को इस्तेमाल ना करने दें. गंदा टॉवल दाद और रैशेज का कारण भी बन सकता है.
पिंपल्स और फुंसी हो सकती है
तौलिए से संक्रमण बहुत तेजी से फैलता है. जिन लोगों को पिंपल्स की समस्या और उसमें पस भी है तो उन्हें अपना तौलिया अलग रखना चाहिए. अगर यह तौलिए कोई और इस्तेमाल कर लें, तो उसे भी ऐसे पिंपल्स हो सकते हैं. इसके अलावा तौलिए से ह्यूमन पेपिलोमा वायरस भी फैल सकता है. अगर किसी को यह संक्रमण है और दूसरा व्यक्ति जिसके शरीर में कोई घाव या कट हो, वह तौलिया इस्तेमाल कर ले तो वह भी इससे संक्रमित हो जाएगा. इस संक्रमण से मस्से निकल आते हैं. कई लोगों की गर्दन, ठुड्डी और अंडर आर्म्स में ऐसे मस्से देखे जा सकते हैं.
मुंह, हाथ और नहाने का टॉवल हो अलग
एक ही तौलिया जब मुंह, हाथ, पैरों और जेनिटल एरिया में इस्तेमाल किया जाए तो संक्रमण होने का खतरा बढ़ जाता है. हमेशा मुंह, हाथ और नहाने का तौलिया अलग-अलग रखें. कई लोग वॉश बेसिन के साइड में तौलिया रख देते हैं जिससे हर कोई हाथ पोंछता है, यह भी खतरनाक है. ऐसा नहीं करना चाहिए. इससे बेहतर है कि पेपर टॉवल इस्तेमाल करें.
किचन में हाथ साफ करने के लिए कपड़े की जगह पेपर टॉवल इस्तेमाल करें (Image-Canva)
अंगोछा है बेस्ट
तौलिए कई तरह के आते हैं. कुछ लोग रूएदार सॉफ्ट फैब्रिक का टॉवल पसंद करते हैं. ज्यादातर टॉवल कॉटन और रेयान से बनते हैं जो पानी को अच्छे से सोखते हैं. लेकिन बाथ टॉवल वही अच्छा होता है जो फ्लैट यानी सपाट हो. सूती का बना अंगोछा सबसे अच्छा तौलिया माना जाता है. जिन लोगों की स्किन सेंसिटिव है, वह बैंबू टॉवल इस्तेमाल कर सकते हैं. जो लोग ट्रैवलिंग करते हैं या जिम या स्पोर्ट्स खेलते हैं उन्हें माइक्रोफाइबर टॉवल यूज करना चाहिए.
होटल या स्पा में अपना टॉवल लेकर जाएं
अक्सर लोग ट्रैवलिंग के दौरान होटल में मिलने वाले तौलियों का इस्तेमाल करते हैं. होटल के तौलिए अच्छे से धुले हैं या नहीं या सैनिटाइज है या नहीं, कोई नहीं जानता. कई बार इंफेक्शन होटल, सैलून या स्पा के तौलिए से भी हो जाता है. इसलिए ऐसी जगहों पर अपना खुद का तौलिया लेकर जाएं. जो लोग जिम में पसीना पोंछने के लिए तौलिया ले जाते हैं, उसे सुखाकर ही अपने बैग में रखें. ऐसा ना करने पर गीले तौलिए से बैग में भी बैक्टीरिया पनपने लगते हैं. यूनिवर्सिटी ऑफ एरिजोना के शोध के अनुसार टॉवल के 1 स्क्वायर इंच पर लगभग 164,000 बैक्टीरिया रहते हैं जो हर इस्तेमाल के बाद लाखों की संख्या में दोगुने बढ़ते हैं.
तौलिए को ऐसे धोएं
तौलिए को हर रोज गर्म पानी से धोएं. इसमें एंटी-सेप्टिक या सिरका डाल सकते हैं. धूप में अच्छी तरह सूखने के बाद तौलिए को अलमारी में रखने की बजाए ऐसी जगह रखें जहां वेंटिलेशन हो. तौलिया अंधेरे और बिना हवा वाली जगह पर रखा जाए तो साफ तौलिया भी बैक्टीरिया का घर बन सकता है. तौलिए को दूसरे कपड़ों के साथ नहीं धोना चाहिए.
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पहले प्रकाशित : 22 अक्टूबर, 2024, 8:32 अपराह्न IST