उत्तर प्रदेश

मेरठ समाचार:मेरठ में अनोखे कैंडल से सेज बाजार, यहां रसमलाई-गुजिया को दिया कैंडल का रूप, प्राकृतिक दिखती है तगड़ी मांग

अंतिम: दीपावली के पावन अवसर पर विभिन्न प्रकार के कैंडल आते हैं। जिनमें मूल लोग दिखाई देते हैं। ताकि इस उत्सव को धूमधाम से मनाया जा सके. विश्वास सिद्धांत को ध्यान में रखते हुए युवाओं की रहने वाली ने कैंडल को मिठाई का रूप दे दिया है, जो लोगों को काफी पसंद आ रही है। वास्तव में, जिस तरह से दीपावली पर विभिन्न प्रकार की मिठाइयाँ घर में देखने को मिलती हैं। मित्रता मिठाइयों के रूप में मोमबत्ती तैयार की गई है। प्रोटोकाॅलिक देश भर में देखने को मिल रही है।

फैशन डिजाइनिंग कोर्स में अध्ययन किया गया है

वर्णित है कि उन्होंने फैशन डिजाइनिंग के क्षेत्र में कुछ हद तक उपलब्धि हासिल की है, लेकिन आजकल ना कहीं फैशन के चलन में काफी बदलाव आ गया है। ऐसे में उन्होंने कुछ अलग करने की सोची. इसलिए वह वेडिंग वेडिंग से संबंधित विभिन्न प्रकार के आइटम तैयार करती है। जिसे तैयार करने में उनके साथ पांच अन्य महिलाएं भी सहयोग करती हैं। जो कहीं ना कहीं इस माध्यम से रोजगार हासिल कर रही है।

उन्होंने बताया कि उन्होंने इस तरह की सर्वे में 10 से 12 लाख रुपए का टर्नओवर कर लिया है, जिससे संभवत: उन्हें नौकरी के माध्यम से प्राप्त नहीं किया जा सका। उन्होंने बताया कि वह फेस्टिवल को देखते हुए ट्रेडिंग के अकाउंट से हर तरह के प्रोडक्ट को हाथ से ही तैयार करती हैं।

वास्तविक से अंतिम राह
कहा गया है कि अगर हम सोशल मीडिया का अच्छे से उपयोग करते हैं, तो हमें बिजनेस करने के लिए भी नए-नए डॉक्टर मिलते हैं। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष दीपावली के अवसर पर उनकी सासू मां ने कहा था कि न मोमबत्ती क्यों बनाई जाए। ऐसे में कैंडल को किस तरह का रूप दिया जाए. उदाहरण के तौर पर सारांश का अध्ययन किया गया। इसी तरह की मिठाइयों को लेकर सोशल मीडिया पर रिल्स वायरल हो रही थी।

ऐसे में वे अपने बिजनेस में रिल्स का कारोबार करते हुए रसमलाई, गाजर का हलवा, लोध, गुझिया, इमरती समेत अन्य प्रकार की मिठाइयां बनाते हैं जो लोगों को काफी पसंद आती हैं। उन सभी को मोमबत्ती का रूप दिया गया है। प्रॉडक्शन काफी रहता है।

विभिन्न तरीकों से तैयार करते हैं कैंडल्स

वर्णित की माने तो सभी कैंडल्स को वह सीधे तौर पर तैयार करता है। जिसके लिए उसने सबसे पहले माँ को अच्छे तरीके से गर्म करके तैयार किया है। उसके बाद वह उसे सांचे में माँ को डालती है। फिर धीरे-धीरे जब वह थोड़ा सा सेट होता है तो एक मोमबत्ती में लिपट जाता है। जिससे कि उनका चंद्रमा उभर कर तैयार हो जाए। इसके लिए वह अलग अलग रंगों का भी उपयोग करती है।

बता दें कि इसके लिए उन्होंने मिठाई के डिब्बो की तरह ही स्पेशल डिब्बा भी तैयार किया है. जिसमें रसमलाई, गाजर का हलवा, लोध और अन्य प्रकार के व्यंजन शामिल हैं। खास बात यह है कि पहले से ही उनकी सभी ऑर्डर बुक होती हैं. जिसमें वह तैयारी भी करता है. क्योंकि उदाहरण के तौर पर तैयारी में काफी समय लगता है।

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