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रंगप्रवेशम में डांसर साहिरा ने दी कुचिपुड़ी डांस परफॉर्मेंस – अमर उजाला हिंदी न्यूज लाइव

रंगप्रवेशम में डांसर साहिरा ने कुचिपुड़ी डांस परफॉर्मेंस दी

कुचिपुड़ी नृत्य कलाकार
– फोटो : अमर उजाला

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‘छाप तिलक सब छीनी रे मोसे नैना मिलाइके। ‘अघम कह दीन्हें रे मोसे नैना मिलाइके…’। संडे की अलौकिक शाम और पीछे से गूंजता मध्यम गीत और मंच पर नृत्यांगना साहिरा सिंह, सर्किट कुचिपुड़ी नृत्य कलाकारों ने एसोसिएट मंत्रमुग्ध कर दिया। कुछ ऐसा दृश्य मंडी हाउस के कमानी ऑडिटोरियम में रंगप्रवेशम के आयोजन में देखने को मिला।

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कुचिपुड़ी नृत्य पर आधारित कार्यक्रम में साहिरा ने अपनी अद्भुत प्रतिभा का प्रदर्शन किया। इसकी शुरुआत गणपति वंदन के साथ हुई। इस दौरान पीछे से कलाकार ने कर्नाटक गायन किया और मंच पर साहिरा ने हाथ जोड़कर प्रवेश किया। आगे के ऑडिटोरियम में मौजूद लोग अपने हुंकार से डूबे हुए हैं और नृत्यांगना अपने कलाकारों से धीरे-धीरे सभी का मन मोहे में डूबे हुए हैं। उन्होंने अपने नृत्य से गणेश की स्तुति की। इसके बाद उन्होंने दशावतार में भगवान विष्णु के दस अवतारों को अपने नृत्य में पिरोया। इनमें मत्स्य, राम, बलराम सहित विभिन्न अवतार शामिल हैं। वह हिरण के साथ ताल पर ताल मिलाती नजर आईं।

मानों नृत्यांगना अपने नृत्य में खो खो होन। उनके नृत्य का जादू पूरे ऑडिटोरियम में इस कदर चढ़ गया कि लोगों के अंत तक अपने-अपने जनसंपर्क मंच पर ही गढ़े रहे। रंगीन और भी दिलचस्प तब हुआ, जब अमीर खुसरो के लोकप्रिय गीत छाप तिलक सब चीनी और तांगम पर उन्होंने सरदारों को दे दिया। इसमें तरंगम एक अनोखा नृत्य प्रदर्शित किया जा रहा है, जहां उन्होंने प्लेट के ऊपर नृत्य किया। यह इतना आकर्षक है कि इसके समापन पर दर्शकों ने तालियां बजाईं। साथ ही, उनके विशालकाय को भी दिया। गुरु डॉ. राजा राधा रेड्डी और गुरु कौशल्या रेड्डी के निर्देशन में साहिरा ने अपनी प्रतिभा का जादू मंच पर धमाल मचाया।

विद्वत की शिक्षा

इस दौरान कार्यक्रम में लेफ्टिनेंट जगदीप धनखड़ ने इंटरमीडिएट मुख्य अतिथि शिक्षक की भूमिका निभाई। वहीं, केंद्रीय राज्य मंत्री जयन्त चौधरी ने कहा कि उन्हें अपनी बेटी पर गर्व है। उन्होंने हंसते हुए बताया कि उनके पहले शिक्षक हम ही रह रहे हैं। हालाँकि, डॉ. राजा राधा रेड्डी के साहिरा के जीवन में आ जाने से ही उन्हें यहीं प्राप्त हुआ। गुरु राजा रेड्डी ने अपने हाव-भाव और कथा वृतान्त शैली की प्रेरणा दी। जबकि गुरु कौशल्या ने बताया कि तरंगम के लिए साहिरा अभ्यास नहीं कर पाई थी, लेकिन मंचन के दौरान उन्होंने इसे नहीं देखा। इस दौरान केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, पूर्व मुख्यमंत्री केसी समेत कई वरिष्ठ नेता और मंत्री शामिल रहे।

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